Lucknow Crime: लखनऊ में तड़तड़ाई गोलियां, एक युवक की मौत, पूर्व ब्लाक प्रमुख की हालत गंभीर
Lucknow Crime: डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने कहा कि घटनास्थल से एक तमंचा बरामद हुआ है। कई खोखे व कारतूस बरामद हुए हैं। फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। आरोपियों की तलाश जारी है।
Lucknow Crime: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार देर रात आपसी रंजिश को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए, इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोली लग गई। जिसमें एक युवक की मौत हो गई है। इस घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। आनन-फानन में वारदात की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है, जहां पूर्व ब्लाक प्रमुख की हालत गंभीर बतायी जा रही है। वहीं, पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपसी रंजिश में चली गोलियां
जानकारी के मुताबिक काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात में रामकुमार लोधी के बेटे संदीप का तिलक समारोह था, जिसमें तमाम लोग शामिल हुए थे। तिलक समारोह में भाजपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास रावत भी शामिल होने पहुंचे थे, उनके साथ गांव के ही अनंत यादव (60 वर्ष), उनके भाई जयकरण यादव और अमित थे। रात के करीब 10 बजे वह तिलक समारोह से जैसे ही बाहर निकलने लगे, उसी दौरान गांव के मोनू रावत, उसका भाई अखिलेश, रिंकू लोधी, बबलू लोधी, ज्ञानी लोधी और श्रीकृष्ण रावत आए और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगें। हमले में राम विलास, जयकरण, अनंत और अमित को गोलियां लग गई। आनन-फानन में उनको अस्पताल पहुंचाया। जहां अनंत यादव की मौत हो गई। वहीं, पूर्व ब्लाक प्रमुख राम विलास की हालत बेहद गंभीर है। उनके पेट व कमर में गोलियां लगी हैं।
पुलिस के मुताबिक पूर्व ब्लॉक प्रमुख की पत्नी भी प्रधान रह चुकी है। पहले राम विलास और आरोपी मोनू रावत एक दूसरे के अच्छे दोस्त थे, लेकिन पंचायत चुनाव में मोनू रावत ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन कर दिया, इसके बाद दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ गई और दोनों एक दूसरे पर रंजिश रखने लगे। यही वजह है कि मोनू रावत ने अपने साथियों के साथ मिलकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास पर ताबड़तोड़ गालियां चला दी। आरोपी मोनू रावत केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का पीए भी रह चुका है। हालांकि, संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के चलते पांच महीने पहले उसके हटा दिया गया था।