Lucknow News: पुनर्वास विवि में BA की पहली मेरिट सूची जारी, एलएलबी ऑनर्स की काउंसलिंग 12 से

Rehabilitation University: प्रवक्ता डॉ. यशवंत वीरोदय का कहना है कि बीए कार्यक्रम में एडमिशन के लिए प्रथम मेरिट सूची विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। बीकॉमएलएलबी ऑनर्स पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी पात्र अभ्यर्थियों की प्रथम मेरिट सूची जारी हुई है।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-08-09 02:45 GMT

Lucknow News: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2024-25 प्रवेश प्रक्रिया के तहत बीए पाठ्यक्रम की प्रथम मेरिट सूची जारी कर दी गई है। बीकॉमएलएलबी ऑनर्स कार्यक्रम में दाखिले के लिए चयनितों की पहली मेरिट सूची घोषित हुई है। इस संबंध में प्रवेश प्रभारी की ओर से निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए देख सकते हैं। 

12 अगस्त से काउंसलिंग शुरू 

प्रवक्ता डॉ. यशवंत वीरोदय का कहना है कि बीए कार्यक्रम में एडमिशन के लिए प्रथम मेरिट सूची विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। बीकॉमएलएलबी ऑनर्स पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी पात्र अभ्यर्थियों की प्रथम मेरिट सूची जारी हुई है। डॉ. वीरोदय ने बताया कि बीकॉम एलएलबी ऑनर्स कार्यक्रम के लिए अभ्यर्थियों की काउंसलिंग विवि परिसर स्थित विधि संकाय में 12 और 13 अगस्त को सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक आयोजित की जाएगी। फीस जमा करने की अंतिम तिथि 13 अगस्त निर्धारित की गई है। प्रवक्ता के मुताबिक प्रथम मेरिट सूची में शामिल अभ्यर्थियों को अपने सभी मूल दस्तावेज हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की मार्कशीट, प्रमाण पत्र, चार पासपोर्ट साइज फोटो, जाति प्रमाण पत्र, टीसी समेत अन्य अभिलेखों के साथ उपस्थित होना होगा। डॉ. वीरोदय के अनुसार नॉन डिसेबल अभ्यर्थियों के लिए फीस 30,805 रूपये और डिसेबल के लिए 5305 रूपये तय की गई है। 

सभी को राम मय बनाते हैं तुलसी 

पुनर्वास विश्वविद्यालय में हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग की ओर से स्वामी विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय सभागार में हिंदी साहित्य के भक्ति काल के महाकवि गोस्वामी तुलसीदास के साहित्य और दर्शन पर साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि भाषा संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर वीके सिंह रहे। उन्होंने कहा कि तुलसीदास का अध्यात्मिक चिंतन भारतीय चिंतन परंपरा का विकास है। गोस्वामी तुलसीदास युग प्रवर्तक कवि और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रतिष्ठाता हैं। इस अवसर पर हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग के अध्यक्ष प्रो. यशवंत वीरोदय ने कहा कि तुलसी का दर्शन समन्वय का रहा है। वह जितने जड़-चेतन हैं। सभी को राम-मय मानते हैं। प्रो. वीरेंद्र सिंह यादव, डॉ. ज्योति गौतम, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. अभिषेक सिंह, सुधा मौर्या ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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