Lucknow News: BBAU में धूम धाम से मना स्थापना दिवस, कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
Lucknow News: अंबेडकर विश्वविद्यालय में रविवार को स्थापना दिवस मनाया गया। समारोह की शुरुआत भीम वॉक से हुई।
Lucknow News: बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में अम्बेडकर जयंती एवं विश्वविद्यालय स्थापना दिवस समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर कई कार्यक्रम हुए। यहां बीबीएयू के पूर्व कुलपति आचार्य जी. ननचरैया मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
बीबीएयू में मनाया गया स्थापना दिवस
अंबेडकर विश्वविद्यालय में रविवार को स्थापना दिवस मनाया गया। समारोह की शुरुआत भीम वॉक से हुई। इसके बाद कुलपति व अन्य शिक्षकों ने बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। मुख्य अतिथि आचार्य जी. ननचरैया ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में बाबासाहेब के योगदान से सभी के लिए समान लोकतंत्र स्थापित हुआ है। सामाजिक एवं राजनीतिक लोकतंत्र दोनों को साथ लेकर ही समाज में आवश्यक बदलाव लाए जा सकते हैं। बीबीएयू कुलपति आचार्य संजय ने कहा कि बाबासाहेब के उद्देश्यों को साथ लेकर हम सभी को आगे बढ़कर समावेशी समाज के निर्माण में योगदान देना होगा। समाज के सभी वर्गों के लोगों को मुख्य धारा में लाकर व उनका विकास करके ही एक समृद्ध समाज की परिकल्पना संभव है।
कार्यक्रम में लगाई गई प्रदर्शनी
अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में किताबों व फोटो गैलरी की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें बाबासाहेब के जीवन के विभिन्न पहलुओं से संबंधित विषयों पर किताबें एवं फोटो उपलब्ध रही। यहां अंबेडकर स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज बीबीएयू एवं उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड इकोनॉमिक एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में 19वीं वार्षिक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें देश भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से प्रतिभागियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने की। कार्यक्रम में उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर के पूर्व कुलपति प्रो. विनायक रथ, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व शिक्षक प्रो. रवि श्रीवास्तव, जनरल सेक्रेटरी प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रो. राम चन्द्रा एवं उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड इकोनॉमिक एसोसिएशन के लोकल आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी प्रो. सनातन नायक विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
एलयू के प्रोफेसर को मिला कौटिल्य पुरस्कार
विशिष्ट अतिथि उत्कल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. विनायक रथ ने कहा कि बाबासाहेब भारतीय संविधान व सामाजिक न्याय के प्रतिपादक हैं। बाबासाहेब के सामाजिक सद्भाव, न्याय और समानता पर आधारित विचार सदैव हम सभी के लिए प्रेरणादायी रहेंगे। उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड इकोनॉमिक एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. रवि श्रीवास्तव ने कहा कि सतत विकास व सभी के प्रतिभाग द्वारा ही समाज के भविष्य को सुधारा जा सकता है। उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड इकोनॉमिक एसोसिएशन की पुस्तक एवं अन्य लेखकों द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन किया गया। कौटिल्य पुरस्कार समारोह का भी आयोजन हुआ जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. आईडी गुप्ता को कौटिल्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अभिजीत सावंत ने प्रस्तुत किए गीत
कार्यक्रम में प्लैनरी सत्र, मेमोरियल लेक्चर, पैरलल तकनीकी सत्र का आयोजन हुआ। जिसमें प्रतिभागियों ने "भारत में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के विकास की संभावनाएं, "सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों की भूमिका और प्रभाव", "व्यापार और व्यापार नीति की उभरती विशेषताएं" और "उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विकास और उसके चालक" विषय पर पेपर प्रस्तुत किये गए। संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड इकोनॉमिक एसोसिएशन और अंबेडकर स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज बीबीएयू की ओर से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें मुम्बई के कलाकार अभिजीत सावंत ने बाबासाहेब के जीवन पर आधारित गीत प्रस्तुत किए। समारोह में आयोजन सचिव प्रो. सनातन नायक, प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रो. राम चन्द्रा, डॉ. प्रीति चौधरी एवं डॉ. मंजरी व अन्य मौजूद रहे।