Ganesh Visarjan 2023: लखनऊ के झूलेलाल वाटिका घाट पर मनौतियों के राजा का हुआ भूमि विसर्जन, देखिये तस्वीरें

Ganesh Visarjan 2023: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में झूलेलाल वाटिका घाट पर मनौतियों के राजा का भूमि विसर्जन किया गया। आइये इन तस्वीरों में करिये उनके दर्शन।

Written By :  Shweta Srivastava
Update:2023-09-29 07:14 IST

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Social Media)

Ganesh Visarjan 2023: गणेश चतुर्थी उत्सव 28 सितंबर को 10वें दिन गणेश विसर्जन के साथ समाप्त हो गया। जहाँ देश भर में इसकी धूम रही वहीँ विसर्जन के दौरान भी लोगों का हुजूम देखने को मिला। ऐसे में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी झूलेलाल वाटिका घाट पर मनौतियों के राजा का भूमि विसर्जन किया गया। आइये इन तस्वीरों में करिये उनके दर्शन।

झूलेलाल वाटिका घाट पर मनौतियों के राजा का भूमि विसर्जन

भगवान् गणेश का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व है। वो बुद्धि के देवता है साथ ही उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। कहा जाता है कि वो अपने भक्तों के जीवन से सभी विघ्नों को दूर कर देते हैं और उनका जीवन खुशहाल बना देते हैं।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

भाद्र पद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि लोग भगवान् गणेश के जन्म के रूप में मानते हैं।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

लोग अपने घरों में भगवान् गणेश की मूर्ति लाते हैं और उन्हें स्थापित करके उनकी पूजा करते हैं।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

साथ ही ये उत्सव पूरे 10 दिनों तक चलता है उसके बाद बप्पा को अलविदा कह दिया जाता है।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

अनंत चतुर्थी के दिन ही गणेश विसर्जन किया जाता है। ऐसे में कई जगहों पर पंडाल लगाकर भी गणेश भगवान् की पूजा की जाती है।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी कई पंडाल लगाए गए और आज यानि 28 सितंबर को विसर्जन समारोह हुआ।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

झूलेलाल वाटिका घाट पर मनौतियों के राजा का भूमि विसर्जन किया गया। जिसमे उनकी लगभग 6 फ़ीट उनकी प्रतिमा का भूमि विसर्जन किया गया। आपको बता दें कि इसको बनाने में 25 लाख रुपए का खर्च आया था।

Ganesh Visarjan 2023 (Image Credit-Newstrack)

साथ ही आपको बता दें कि इस पंडाल का बीमा लगभग एक करोड रुपए में करवाया गया था। ये पंडाल झूले लाल पार्क बाबूगंज हसनगंज लखनऊ में लगाया गया था।फ़िलहाल बप्पा इस वादे के साथ विदा हो गए कि वो अगले साल फिर आएंगे।

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