EFLU लखनऊ परिसर में हिन्दी महोत्सव : प्रो. रजनीश अरोड़ा ने कहा - हिंदी सिर्फ भाषा ही नहीं, यह देश को एकता में भी बांधती है
Lucknow News : अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (EFLU) क्षेत्रीय परिसर, लखनऊ ने सोमवार (30 सितम्बर) को हिंदी महोत्सव का आयोजन किया।
Lucknow News : अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (EFLU) क्षेत्रीय परिसर, लखनऊ ने सोमवार (30 सितम्बर) को हिंदी महोत्सव का आयोजन किया। यह आयोजन हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा की समृद्ध धरोहर और सांस्कृतिक महत्व को सम्मान देना और छात्रों एवं कर्मचारियों के बीच इसके उपयोग को बढ़ावा देना था।
अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय क्षेत्रीय परिसर, लखनऊ के निदेशक प्रोफेसर रजनीश अरोड़ा ने हिन्दी महोत्सव को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह देश को एकता के सूत्र में बांधती है और सांस्कृतिक गर्व को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं है, यह वह सूत्र है, जो हमारे विविध राष्ट्र को एक साथ जोड़ती है। हिंदी के माध्यम से हम न केवल अपने इतिहास और संस्कृति से जुड़ते हैं, बल्कि भारत की आत्मा से भी जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि आइये इस अवसर पर हम अपनी भाषाई धरोहर पर गर्व करें और इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करने और बढ़ावा देने का संकल्प लें। उन्होंने छात्रों को उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
कई गतिविधियों का हुआ आयोजन
हिंदी महोत्सव में जागरूकता बढ़ाने और हिंदी भाषा के साथ संबंध को गहरा करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गईं। इन गतिविधियों में कविता पाठ, टर्नकोट बहस, छात्रों द्वारा एकांकी-नाटक 'रीढ़ की हड्डी' का प्रदर्शन और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल थे, जिनमें से सभी ने हिंदी की सुंदरता और बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। इस कार्यक्रम ने छात्रों को अपने शैक्षणिक और दैनिक जीवन में हिंदी के महत्व पर जोर देते हुए अपनी रचनात्मकता व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया। यह समारोह विश्वविद्यालय की भाषाई विविधता को प्रोत्साहित करने और भारत की राष्ट्रीय भाषाओं का सम्मान करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप था। इसने युवा पीढ़ी को अपनी भाषाई धरोहर को समझने और इसे आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन हिंदी महोत्सव के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम की घोषणा के साथ हुआ। विश्वविद्यालय ने सांस्कृतिक और भाषाई जागरूकता को बढ़ावा देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से व्यक्त किया, जो एक जीवंत और समावेशी शिक्षण समुदाय को प्रोत्साहित करने के विश्वविद्यालय के मिशन को प्रतिबिंबित करता है। इस कार्यक्रम में डॉ. पुष्प रंजन, डॉ. मनीष कुमार गौरव एवं डॉ. रेणुका देवी ने अहम भूमिका निभाई है। कार्यक्रम का सफल संचालन आकांक्षा, सरगम, नव्या एवं अक्षिति ने किया।