Lucknow News : गौ हत्या के आरोपियों के घर चलाओ बुलडोजर, नहीं तो होगा विधानसभा का घेराव, कंप्यूटर बाबा ने योगी सरकार को दी चेतावनी
Lucknow News : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार होने का बावजूद गाय के हत्यारे खुले घूम रहे हैं और गौ हत्या पर पूरी तरह पाबंदी नहीं लग पा रही है।
Lucknow News : मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर गौ हत्या के आरोपियों के घर पर बुलडोजर नहीं चलाया गया तो आने वाले शीतकालीन सत्र में लाखों साधु-संत लखनऊ की तरफ़ कूच करेंगे और विधानसभा का घेराव भी करेंगे। उन्होंने बीते दिनों गौतमबुद्ध नगर में 340 टन गौ मांस बरामद होने पर नाराज़गी जताई और कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार होने का बावजूद गाय के हत्यारे खुले घूम रहे हैं और गौ हत्या पर पूरी तरह पाबंदी नहीं लग पा रही है।
महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा ने कहा कि हम लोग लगातार गौ हत्या के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में जो 340 टन मांस गौ रक्षा दल की सहायता से पकड़ा गया। इससे साफ जाहिर होता है कि इतनी बड़ी संख्या में प्राप्त हुए गौ माँस के लिए 10 हजार से अधिक गायों हत्या की गई होगी। उत्तर प्रदेश संतों की धरती है और यहां इतनी बड़ी संख्या में गौ हत्या कैसे हो रही है, ये चिंता का विषय है।
महाकुंभ को अपवित्र करने की साजिश
प्रेसवार्ता में आगे कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने वाला है। गौ हत्या में पकड़े गए आरोपियों ने कहा कि गौ हत्या के बाद बचे हुए अवशेष गंगा नदी में बहा दिए, जिससे साफ़ जाहिर है कि गंगा नदी का पानी अपवित्र हो गया है। यह सीधे तौर पर महाकुंभ को विफल बनाने की साजिश है। महाकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाते हैं। अब इस दूषित जल में कैसे स्नान करेंगे?
ये हैं प्रमुख मांगे
- गौ हत्या के बाद अवशेष को गंगा में बहाया गया था। इस कारण गंगा का जल अपवित्र हो गया है। सरकार उस अवशेष को साफ कराकर गंगा के शुद्धिकरण के लिए उपाय निकाले।
- गाजियाबाद स्थित साहिबाबाद के कोल्ड स्टोरेज और बूचड़खानों पर बुलडोजर चलाया जाए। गौ हत्या के आरोपियों के ऊपर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए।
- उत्तर प्रदेश सरकार गाय को राज्यमाता का दर्जा दे। जिस प्रकार महाराष्ट्र सरकार में पहले ही गाय को राज्य माता का दर्जा प्राप्त है।