Education News: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर बढ़ रहा छात्रों का रूझान, ITI और पॉलीटेक्निक में दाखिले की होड़

Education News: राजकीय पॉलीटेक्निक महिला कॉलेज के प्रधानाचार्य संजीव सिंह का कहना है कि ड्रोन ट्रेक्नालॉजी, साइबर सुरक्षा व वेब डिजाइन पाठ्यक्रमों की बात करें तो 70 में से 50 सीटों पर प्रवेश लिए जा चुके हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-09-11 18:00 IST

Education News: प्रदेश के आईटीआई और पॉलीटेक्निक संस्थानों में ड्रोन टेक्नालॉजी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे कई पाठ्यक्रमों में दाखिले लेने के लिए होड़ मची हुई है। विद्यार्थियों में पिछले साल की अपेक्षा इस साल अधिक रुचि देखी जा रही है। पहले की तुलना में ज्यादा छात्रों ने रोजगार, व्यवसाय और कृषि क्षेत्र में ड्रोन टेक्नालॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा जैसे पाठ्यक्रमों में दिलचस्पी दिखाई है।

एआई व ड्रोन टेक्नोलॉजी के प्रति बढ़ी रुचि

आज के समय में एआई और साइबर सुरक्षा को पढ़ने व जानने के लिए छात्र उत्सुक हैं। इसके साथ इन पाठ्यक्रमों की उपयोगिता बढ़ गई है। यही कारण है कि आईटीआई और पॉलीटेक्निक संस्थानों में ऐसे विषयों से जुड़े पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए होड़ मची है। जानकारी के मुताबिक यहां पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश में रुचि दिखाई है। बता दें कि सितंबर माह तक इन संस्थानों में प्रवेश होंगे।

कम समय में टेक्नोलॉजी जान सकेंगे

आईटी कॉलेजों में ऐसे पाठ्यक्रमों में पहले भी विद्यार्थी दाखिले लेते रहे हैं। लेकिन अब आईटीआई और पॉलीटेक्निक संस्थानों की ओर भी विद्यार्थियों का काफी अधिक रुझान बढ़ गया है। इसीलिए यहां नियमित के साथ शॉर्ट टर्म कोर्स भी चलाए जा रहे हैं, ताकि कम समय में विद्यार्थी टेक्नोलॉजी के बारे में जान सकें।

आधे से ज्यादा सीटों पर हुए प्रवेश

राजकीय पॉलीटेक्निक महिला कॉलेज के प्रधानाचार्य संजीव सिंह का कहना है कि इन पाठ्यक्रमों में आधे से ज्यादा सीटें भर चुकी हैं। ड्रोन ट्रेक्नालॉजी, साइबर सुरक्षा व वेब डिजाइन पाठ्यक्रमों की बात करें तो 70 में से 50 सीटों पर प्रवेश लिए जा चुके हैं। राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य चंद्रशेखर सिंह के अनुसार संस्थान के पुराने पाठ्यक्रमों को अपग्रेड किया जा रहा है। ड्रोन टेक्नोलॉजी व साइबर सुरक्षा से जुड़े शॉर्ट टर्म कोर्स चलाने की तैयारी है। जिससे छात्रों को काफी कम समय में अधिक सीखने को मिल सकेगा।

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