Lucknow News: पुलिस Vs वकील! कोर्ट का कामकाज ठप कर हड़ताल पर उतरे अधिवक्ता, लखनऊ पुलिस कमिश्नर से करेंगे मुलाकात
Lucknow News: वकीलों और पुलिस के बीच शुरू हुआ विवाद अब सड़कों पर आ चुका है। एक तरफ लखनऊ पुलिस शहर के हर बड़े चौराहे पर फोर्स के साथ तैनात है तो वहीं, दूसरी ओर वकीलों ने सोमवार को दोबारा हुई बैठक के बाद कोर्ट का सारा कामकाज ठप करने का ऐलान कर दिया है।;
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Lucknow News: राजधानी लखनऊ में होली की देर शाम विभूतिखंड थाने में वकीलों और पुलिस के बीच शुरू हुआ विवाद अब सड़कों पर आ चुका है। एक तरफ लखनऊ पुलिस शहर के हर बड़े चौराहे पर फोर्स के साथ तैनात है तो वहीं, दूसरी ओर वकीलों ने सोमवार को दोबारा हुई बैठक के बाद कोर्ट का सारा कामकाज ठप करने का ऐलान कर दिया है। बताया जाता है कि मंगलवार को वरिष्ठ अधिवक्ता एक समूह में जाकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करते हुए मामले में वकीलों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग करेंगे।
कोर्ट का न्यायिक कामकाज पूरी तरह से हुआ बंद
आपको बताते चलें कि बीते 17 मार्च को लखनऊ में अवध बार एसोसिएशन, लखनऊ बार एसोसिएशन और सेंट्रल बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक हुई थी। बैठक के दौरान बड़े प्रदर्शन का शक जताते हुए लखनऊ पुलिस हजरतगंज से जुड़ने वाले प्रमुख चौराहों पर पुलिस की भारी फोर्स तैनात करते हुए छावनी में तब्दील कर दिया था। इस बैठक में ही 18 मार्च यानी कि आज लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करने का निर्णय हुआ। साथ ही 18 मार्च से कोर्ट में चलने वाले न्यायिक कार्य के बहिष्कार का ऐलान भी किया गया है। लिहाजा, हाईकोर्ट और जिला कोर्ट के कामकाज आज पूरी तरह से ठप रहेगा।
कमिश्नर से न बनी बात तो होगा बड़ा आंदोलन
वकीलों ने इस मसले पर मंगलवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करने का निर्णय लिया है। बताया जाता है कि वकील पुलिस कमिश्नर से विभूतिखंड थाने में हुई घटना के बाद अधिवक्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने की मांग रखते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग करेंगे। इस दौरान यदि पुलिस कमिश्नर से सहमति नहीं बनती है तो आंदोलन तो तेज करते हुए इसे प्रदेश स्तर पर किया जाएगा। वकीलों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती है और वकीलों पर दर्ज एफआईआर वापस नहीं ली जाती है तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
जानिए क्या है पूरा मामला -
आपको बता दें कि ये सारा विवाद बीते 14 मार्च यानी होली के मौके पर देर रात हुआ था। किसी मामले में पैरवी के लिए विभूतिखंड थाने पहुंचे वकीलों के साथ पुलिसकर्मियों। की कहासुनी और हाथापाई हुई। इसी बीच थाने पर पहुंचे सैंकड़ों की संख्या में वकीलों ने थाने के पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। मौके पर हालात की काबू करने के लिए कई थानों की फोर्स और बड़े अफसर पहुँचे। मामले में स्थिति और आरोपी को देखते हुए 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इतना ही नहीं, ठीक अगले दिन करीब 150 वकीलों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अधिवक्ताओं का कहना है कि वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमो को वापस लेकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।