LU News: अफ्रीका व अलास्का की जनजातियों के बारे में पढ़ेंगे LU के छात्र, भूगोल में जोड़ा गया पेपर

प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि बीए के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब सातवें सेमेस्टर के छात्र भारतीय और विदेशी जनजातियों के बारे में पढ़ेंगे। इसके लिए एक नया पेपर जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक भूगोल का पेपर चार क्रेडिट का निर्धारित है।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-04-05 19:00 IST

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में अब छात्र भारतीय जनजातियों के बारे में अध्ययन कर सकेंगे। भूगोल विभाग के स्नातक पाठ्यक्रम में इसके लिए नया पेपर जोड़ा गया है। इस पेपर के अंतर्गत विद्यार्थी भारतीय जनजातियों के साथ कुछ विदेशी जनजातियों के बारे में पढ़ेंगे।

स्नातक पाठ्यक्रम में जोड़ा गया नया पेपर

एलयू के भूगोल विभाग में यूजी छात्रों के लिए सातवें सेमेस्टर में नया पेपर जोड़ा गया है। बीए कार्यक्रम के नए पेपर में विद्यार्थी नागा, टोडा, भील और गोंड जैसी भारतीय जनजातियों के बारे में अध्ययन कर सकेंगे। इसके साथ ही वह दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया की बुशमैन, अलास्का और ग्रीनलैंड की एस्किमो, मध्य अफ्रीका की पिग्मी जैसी जनजातियों के बारे में जान सकेंगे।

सातवें सेमेस्टर में जनजातियों का अध्ययन करेंगे छात्र

लखनऊ विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग अध्यक्ष प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि बीए के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब सातवें सेमेस्टर के छात्र भारतीय और विदेशी जनजातियों के बारे में पढ़ेंगे। इसके लिए एक नया पेपर जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक भूगोल का पेपर चार क्रेडिट का निर्धारित है। नए प्रश्न पत्र के अंतर्गत विद्यार्थियों को जनजातियों की कठिन पर्यावरणीय स्थितियों के बारे में बताया जाएगा। छात्र जनजातियों की संस्कृति और परंपरा के बारे में अध्ययन करेंगे।

दो क्रेडिट्स का डिजास्टर मैनेजमेंट पेपर

भूगोल स्नातक कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले सेमेस्टर के कोकरिकुलर कोर्स में दो क्रेडिट्स का फंडामेंटल जॉग्रफी पेपर जोड़ा गया है। दूसरे सेमेस्टर में वोकेशनल कोर्स में दो क्रेडिट्स का फंडामेंटल रिमोट सेंसिंग एंड ग्लोबल इंफॉरमेशन (जीआईएस) का पेपर जोड़ा गया है। चौथे सेमेस्टर के वोकेशनल कोर्स में दो क्रेडिट्स का डिजास्टर मैनेजमेंट प्रश्न पत्र जोड़ा गया है।

20 अंकों का होगा मेजर प्रोजेक्ट

आठवें सेमेस्टर के मेजर प्रोजेक्ट क्रेडिट्स में परिवर्तन किया गया है। पहले आठवें सेमेस्टर में मेजर प्रोजेक्ट 24 क्रेडिट अंकों का होता था। जिसे बदलकर अब 20 क्रेडिट्स का कर दिया गया है। इसके अंतर्गत रिसर्च मेथाडोलॉजी और टर्म पेपर को जोड़ा गया है। दोनों पेपर चार क्रेडिट अंकों के होंगे। जबकि डिसर्टेशन प्रोजेक्ट 12 क्रेडिट्स का तय किया गया है। इसके माध्यम से छात्रों को रिसर्च मेथाडोलॉजी सिखाने पर जोर दिया जाएगा।

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