Lucknow University के 23 छात्रों का हुआ कैंपस प्लेसमेंट, अधिकतम पैकेज 8.5 लाख
Lucknow University: कम्पनी ने बीटेक के छात्रों को ट्रेनिंग के दौरान 15000 प्रतिमाह एवं 10,000 का इंसेंटिव और ट्रेनिंग के बाद अधिकतम 6.5 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज और एमसीए के छात्र को ट्रेनिंग के दौरान 18,000 प्रतिमाह एवं 10000 इंसेंटिव और ट्रेनिंग के बाद अधिकतम 8.5 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया है।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकीय संकाय के प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में 23 छात्र-छात्राओं का एकैडमोर कम्पनी में कैंपस प्लेसमेंट हुआ। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय एवं संकाय के डीन प्रो. ए. के. सिंह ने चयनित छात्रों को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्लेसमेंट इंचार्ज डॉ. हिमांशु पाण्डेय ने बताया कि एकैडमोर कम्पनी में बीटेक के 22 छात्र-छात्राओं (आकांक्षा वर्मा, आशीष कुमार, आयुष कुमार, दिनेश कुमार, ज्योति यादव, कसक, प्रियंका, सार्थक द्विवेदी, शिवांगी, आशीष प्रताप चौधरी, कोमल, फहीम खान, राज जायसवाल, रश्मि मिश्रा, ऋतिक अग्रवाल, साक्षी वर्मा, आशुतोष रंजन, हिमांशु, मिथिलेश कुमार यादव, प्रज्ञा पांडेय, शंकर कुमार एवं अभिषेक पांडेय) और एमसीए के छात्र (विमल मिश्रा) का चयन एकेडमिक काउंसलर के पद पर हुआ है।
कम्पनी ने बीटेक के छात्रों को ट्रेनिंग के दौरान 15000 प्रतिमाह एवं 10,000 का इंसेंटिव और ट्रेनिंग के बाद अधिकतम 6.5 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज और एमसीए के छात्र को ट्रेनिंग के दौरान 18,000 प्रतिमाह एवं 10000 इंसेंटिव और ट्रेनिंग के बाद अधिकतम 8.5 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया है।
अर्थशास्त्र विभाग में पीएचडी कोर्स वर्क का शुभारम्भ
लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में शोध छात्रों के छह माह के कोर्स वर्क का शुभारंभ हुआ। शोधकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो एम के अग्रवाल ने विभाग की विशिष्टताओं को बताते हुए सभी विद्यार्थियों का परिचय और उनकी रुचि के क्षेत्रों की जानकारी लिया। प्रो अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक परिवेश में आर्थिक गतिविधियां बहुत तेजी से बदल रही है। इसके कई सकारात्मक पहलू हैं। आर्थिक बदलावों ने उद्यमियों के लिए नई और रचनात्मक मौके प्रदान किए हैं। वैश्विक संगठनों, सरकारों और निवेशकों द्वारा नवाचारी विचारों की प्रोत्साहना देने से नए उद्यमों की विकास और रोजगार की सृजन की संभावनाएं बढ़ी हैं। तकनीकी प्रगति और डिजिटलीकरण आर्थिक गतिविधियों को सुगम और तेज़ बना रहे हैं। यह नये संभावित क्षेत्रों जैसे वित्तीय सेवाएं, ई-कॉमर्स, स्टार्टअप निवेश और वर्चुअल व्यापार को बढ़ावा दे रहा है। इससे आर्थिक गतिविधियों के लिए नए संभावित रुझान और समाधानों का प्रकटीकरण हुआ है।