Lucknow University के चार छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट, अधिकतम पैकेज 7.5 लाख प्रतिवर्ष
Lucknow University: 04 छात्रों हर्षित कटियार, हिमांशु मिश्रा, प्रियांशी राय और स्वप्निल राय का चयन एसोसिएट सॉफ्टवेयर डेवलपर के पद पर हुआ।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकीय एवम् तकनीकी संकाय के प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में 04 छात्रों का कैनाडियन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी सोटी में प्लेसमेंट हुआ।
इन छात्रों का हुआ चयन
प्लेसमेंट इंचार्ज डॉ. हिमांशु पाण्डेय ने बताया कि कम्पनी द्वारा आयोजित एप्टीट्यूड टेस्ट, टेक्निकल इंटरव्यू एवं पैनल डिस्कशन को उत्तीर्ण कर बीटेक (कंप्यूटर साइंस एवम् इंजीनियरिंग) के 04 छात्रों हर्षित कटियार, हिमांशु मिश्रा, प्रियांशी राय और स्वप्निल राय का चयन एसोसिएट सॉफ्टवेयर डेवलपर के पद पर हुआ। कम्पनी ने छात्रों को 7.5 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय एवं संकाय के डीन प्रो. ए. के. सिंह ने चयनित छात्रों को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य हेतु आशीर्वाद दिया।
लखनऊ विश्वविद्यालय को मिली महत्वपूर्ण उपलब्धि
लखनऊ विश्वविद्यालय अपने सम्मानित संकाय सदस्यों द्वारा एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को बताते हुए प्रसन्न है। विश्वविद्यालय के अतीत और वर्तमान दोनों प्रोफेसरों ने दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों के बीच अति सम्मानजनक स्थान अर्जित किया है, जैसा कि स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की विश्व स्तर पर शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में मान्यता प्राप्त है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी सूची, जो वैज्ञानिकों को उनके शोध योगदान और प्रभाव के आधार पर रैंक करती है, को अकादमिक दुनिया में उत्कृष्टता को पहचानने के लिए एक बेंचमार्क माना जाता है। वैज्ञानिकों के इस विशिष्ट समूह में शामिल होना लखनऊ विश्वविद्यालय बड़ी बात है।
इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यक्ति विविध विज्ञान विषयों का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रो. अभिनव कुमार ने कार्बनिक रसायन विज्ञान के क्षेत्र में, प्रो. अमृतांशु शुक्ला ने परमाणु और कण भौतिकी के क्षेत्र में और डॉ. रोली वर्मा ने ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स और फोटोनिक्स के क्षेत्र में विशिष्टता हासिल की है। विवि वरिष्ठ सेवानिवृत्त संकाय को भी इस सूची में जगह मिली है, प्रो. ओमकार, जो वर्तमान में एमिनेंस के प्रोफेसर हैं, जिन्हें कीट विज्ञान (जूलॉजी) के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मान्यता दी गई है। दिवंगत प्रो. आईबी सिंह को भूविज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मान्यता दी गई है। उनके अभूतपूर्व शोध और विद्वतापूर्ण कार्यों का उनके क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे वे दुनिया भर में ज्ञान की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बन गए हैं।