Lucknow University: एलयू में जल्द खुलेगा गांधी आश्रम, जानिये क्या होगा ख़ास
Lucknow University: गुजरात का प्रमुख साबरमती आश्रम कैसा ही ये देखने अगर कोई लखनऊ से अहमदाबाद नहीं जा पा रहा है तो जल्द ही लखनऊ विश्वविद्यालय में साबरमती जैसा आश्रम देख पाएगा।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स विभाग में गुजरात के प्रमुख साबरमती आश्रम की तर्क पर एक गांधी आश्रम बनाये जाने की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। एक महात्मा गांधी के आधुनिक आश्रम का निर्माण भी होगा। यह आश्रम दर्शाएगा की वर्तमान समय में यदि महात्मा गांधी होते तो कैसे होते और किन चीज़ो का इस्तेमाल करते।
महात्मा गांधी ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 13 वर्ष इस आश्रम में बिताये
महात्मा गांधी ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 13 वर्ष इस साबरमती आश्रम में ही बिताये थे। यह आश्रम वर्ष 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का घर था। इस दौरान उन्होंने अपना पूरा समय इस आश्रम में ही व्यतीत करा।
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क्या दिखाया जाएगा आश्रम में
लखनऊ विश्वविद्यालय के गांधी आश्रम में गांधीजी जिस झोपड़ी में रहते थे। जो चरखा, लाठी, परिधान इस्तेमाल करते थे वो सब इस आश्रम में प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही गांधी जी की एक मूर्ति की भी स्थापना होगीं।
लखनऊ विश्वविद्यालय का फाइन आर्ट्स और मध्य क़ालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग कार्य करेगा।
इस गांधी आश्रम को बनाने में लखनऊ विश्वविद्यालय का फाइन आर्ट्स विभाग और मध्य क़ालीन एवं इतिहास विभाग साथ मिलकर कार्य करेंगे। इस गांधी आश्रम को इतिहास के नज़रिए से सही ढंग से तैयार किया जाएगा। आश्रम के निर्माण कार्य को शुरू करने से पहले पूरी फ़ाइन आर्ट्स और मध्य क़ालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग साबरमती में गांधी आश्रम जाकर गांधी जी के जीवन से संबंधित सभी पहलुओं को समझेंगे और क़रीब से देखेंगे ताकि सही से आश्रम बनाया जा सके।
क्या-क्या होगा आश्रम में
आश्रम में गांधी जी के जीवन से जुड़ी सभी चीज उपलब्ध होगी जैसे- महात्मा गांधी की प्रतिमा, नंदिनी आश्रम, मगन निवास, विनोभा कुटीर, उपासना कुटीर, उद्योग मंदिर, सोमनाथ छात्रालय, गांधी जी की पेंटिंग, गैलरी, माई लाइफ इस माई मेसेज की एक आयल पेंटिंग सब कुछ प्रदर्शित होगा। इस आश्रम को देखकर लोग साबरमती आश्रम का लखनऊ में ही मज़ा ले पायेंगे और गांधी जी के जीवन से जुड़े हर पहलू को आसानी से समझ सकेंगे।
छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा गांधी आश्रम
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय कहते हैं “नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों को दूसरे विषयों का ज्ञान देने का भी नियम है। गांधी आश्रम के निर्माण कार्य से लेकर बनने तक छात्र बहुत कुछ देख और सीख सकेंगे। आश्रम के बनने के बाद सबसे पहले छात्र इस आश्रम का भ्रमण करेंगे। छात्रों के पाठ्यक्रम में भी गांधी जी की जीवनी और इस आश्रम के विषय पाठ्यक्रम में शामिल होगे। उसके बाद यह आश्रम आम जानता के लिए भी खोला जाएगा।
देश के शहीदो के लिए भी बनेगी गैलरी
प्रोफेसर आलोक कुमार रॉय कहते हैं “गांधी आश्रम के साथ ही भारत देश के गुमनाम शहीदों के नाम पर भी एक गैलरी खोली जाएगी जिसमें सभी शहीदो की फोट और जानकारी विस्तृत रूप से दी जाएगी। गुमनाम शहीदों की सूची बनाने का कार्य लखनऊ विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स विभाग के छात्रों को सौंपा गया है।