KGMU: 24 घंटे मुफ्त में मिलेगी दवाएं, कर्मचारियों के लिए खुला अलग काउंटर
Lucknow News: केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड का काउंटर खुल गया है। यहां मरीजों को 24×7 दवा लेने की सुविधा होगी।
Lucknow News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों को निःशुल्क दवाएं व सर्जिकल सामान मिलेगा। यह सेवा संस्थान के ट्रामा सेंटर में 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। ओपीडी में भी एक दवा का काउंटर खोला गया है। जिसमें मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराई जाएंगी।
24×7 दवा लेने की सुविधा होगी
केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड का काउंटर खुल गया है। यहां मरीजों को 24×7 दवा लेने की सुविधा होगी। कुलपति द्वारा डॉ. सोनिया नित्यानंद ने ट्रॉमा सेंटर व ओपीडी के एचआरएफ दवा काउंटर का शुभारंभ पहले ही कर दिया गया है। दो नए काउंटरों से मरीजों को दवा के लिए इधर उधर नहीं भटकना होगा। सस्ती दरों पर एक ही जगह पर उन्हें दवाएं और सर्जिकल का सामान मिल सकेगा।
दवा व सर्जिकल सामान नहीं खरीदना होगा
कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद का कहना है कि ट्रॉमा सेंटर में मरीजों को 24 घंटे मुफ्त दवाएं व सर्जिकल सामान मिलेगा। इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर नर्स दवा की जरूरत संबंधी पर्चा बनाएंगी। उसी आधार पर मरीज के नाम से दवाएं जारी होंगी। जो मरीज के इलाज में इस्तेमाल होंगी। अभी तक मरीजों को दवा व सर्जिकल सामान खरीदना पड़ रहा था। इससे गरीब मरीजों को खासी असुविधा हो रही थी। दवा व सर्जिकल सामान के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता था। उन्होंने बताया कि पैसे के अभाव में मरीज व उनके तीमारदारों की मुश्किलें और बढ़ जाती थीं। कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि ओपीडी में एचआरएफ का काउंटर खोला गया है। इसमें मरीजों को सस्ती दर दवाएं मिलेंगी। बाजार से करीब 50 से 70 प्रतिशत कम कीमत पर दवाएं मिलेंगी।
कर्मचारियों के लिए भी खुला काउंटर
केजीएमयू में कार्य करने कर्मचारियों, अधिकारियों तथा स्टाफ के लिए निःशुल्क दवा उपलब्ध कराने के लिए एक आउटलेट भी शुरू किया गया है। डॉक्टर की सलाह पर कर्मचारी काउंटर पर आकर उपलब्ध दवाएं तुरंत हासिल कर सकेंगे। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि एचआरएफ से दवा की मांग एंव वितरण व्यवस्था एनआईसी द्वारा संचालित ई हॉस्पिटल पोर्टल के द्वारा की जाने की प्रकिया की जा रही है जिससे कि मरीजों को सीधे ही दवाएं उलपब्ध करायी जा सकेंगी