Lucknow: 'यूपी में चल रही राम लहर, भगवान राम से बड़ा है उनका नाम', बोले डॉ. दिनेश शर्मा

Lucknow News: एक अन्य कार्यक्रम में पुस्तक गीता भावामृत का विमोचन करते हुए सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, कि 'यह पाठकों को गीता के सार तक सरल भाषा में पहुंचाने का प्रयास है। आने वाले समय में आदित्य द्विवेदी की पुस्तक लोगों की जुबान पर होगी।

Newstrack :  Network
Update:2024-01-15 21:01 IST

लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में डॉ दिनेश शर्मा (Social Media) 

Lucknow News: राज्यसभा सांसद और यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा (MP Dr Dinesh Sharma) ने कहा कि, 'उत्तर प्रदेश में राम लहर चल रही है। करीब 550 वर्ष के बाद रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान होने जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में उत्सव सा माहौल है।'

MP दिनेश शर्मा- भगवान राम से उनका नाम बड़ा

उन्होंने कहा कि, 'भगवान राम से उनका नाम बड़ा है। राम का नाम जहां पर भी होगा वहां के सारे कार्य अपने आप ही हो जाएंगे। भगवान राम की सभा में गुरु वशिष्ठ के अपमान का दृष्टान्त सुनाते हुए उन्होंने कहा कि, गुरु वशिष्ठ के सभा में आने पर सभी लोग उनके सम्मान में खडे हो गए पर बजरंग बली  प्रभु राम का नाम लेने में इतना खोए थे कि गुरुवर के आने का उन्हें पता ही नहीं चला। इस बात से नाराज गुरु वशिष्ठ ने भगवान राम से बजरंगबली को मृत्यु दंड देने की मांग की। जिसे प्रभु राम ने स्वीकार कर लिया। अगले दिन जब दंड देने का समय आया तो उस समय राम ने बजरंग बली पर कई तीर छोड़े, किन्तु बजरंग बली राम नाम का जाप रहे थे। इसलिए कोई तीर उन्हें नहीं लगा। इस पर गुरु वशिष्ठ ने राम से कहा कि, वे अपने वचन का अपमान कर रहे हैं। जिस पर भगवान राम ने बताया कि भगवान शंकर ने माता अंजनी को आशीर्वाद दिया था कि इस दुनिया में राम का नाम सबसे बड़ा होगा। बजरंगबली राम नाम का जाप कर रहे हैं इसलिए मेरे बाण उन्हें आघात नहीं पहुंचा रहे हैं'।

अवध नगरी से जुड़े रहे कई शख्सियतों के नाम 

अवध नगरी लखनऊ को साहित्य संगीत और कला  की नगरी बताते हुए डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि, 'यह अनोखा शहर है। इतिहासकार योगेश प्रवीन, तो समाज सेविका लीला रामकुमार, संगीतकार नौशाद,  शिक्षाविद कंचल लाल व स्वरूप रानी बख्शी आदि ने लखनऊ का नाम रोशन किया। लच्छू महाराज और बिरजू महाराज की थाप यहां पर गूंजी।'

गीता के सार तक सरल भाषा में पहुंचाने का प्रयास

एक अन्य कार्यक्रम में पुस्तक गीता भावामृत का विमोचन करते हुए सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, कि 'यह पाठकों को गीता के सार तक सरल भाषा में पहुंचाने का प्रयास है। आने वाले समय में आदित्य द्विवेदी की पुस्तक लोगों की जुबान पर होगी। गीता का जितना अध्ययन किया जाएगा, उतने ही अर्थ सामने आ जाएंगे। उनका कहना था कि सरल भाषा के प्रयोग से संदेश को जन-जन तक पहुंचाना आसान होता है।'

वाल्मीकि रामायण संसार का बेहतरीन ग्रन्थ

रामायण और रामचरितमानस का उदाहरण देते हुए बीजेपी नेता ने कहा, कि 'वाल्मीकि रामायण संसार का बेहतरीन ग्रन्थ है पर रामचरित मानस की चौपाई हर घर में गुनगुनाई जाती है। परान्तु बजरंग बली श्री राम नाम का जाप कर रहे थे इसलिए कोई तीर उन्हे नहीं लगा। इस पर गुरु वशिष्ठ ने प्रभुराम से कहा कि, वे अपने वचन का अपमान कर रहे हैं जिस पर भगवान राम ने बताया  कि भगवान शंकर ने माता अंजनी को आशीर्वाद दिया था कि इस दुनिया में राम का नाम सबसे बडा होगा। बजरंग बली राम नाम का जाप कर रहे हैं इसलिए मेरे बाण उन्हें आघात नहीं पहुचा रहे हैं। इसलिए तब से कहा जाता है राम से बड़ा राम का नाम और आज राम का नाम पूरे भारतवर्ष में उत्सव का माहौल बना रहा है।'

'गीता भावामृत' का किया विमोचन

श्री रामलीला समिति (Shri Ramlila Committee) ऐशबाग प्रांगण में एक अन्य कार्यक्रम में आदित्य द्विवेदी द्वारा लिखित पुस्तक "गीता भावामृत" का विमोचन करते हुए डॉ दिनेश शर्मा ने कहा, 'यह पाठकों को गीता के सार तक सरल भाषा में पहुंचाने का प्रयास है। आने वाले समय में आदित्य द्विवेदी की पुस्तक लोगों की जुबान पर होगी। गीता का जितना अध्ययन किया जाएगा उतने ही अर्थ सामने आ जाएंगे। उनका कहना था कि सरल भाषा के प्रयोग से संदेश को जन जन तक पहुंचाना आसान होता है। रामायण और रामचरितमानस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण संसार का बेहतरीन ग्रन्थ है पर रामचरित मानस की चौपाई हर घर में गुनगुनाई जाती है।'

ये रहे मौजूद 

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह विधायक, नीरज बोरा प्रसिद्ध साहित्यकार, डॉक्टर सूर्य प्रसाद दीक्षित, दिनेश अवस्थी प्रसिद्ध व्यंग्यकार, सर्वेश अस्थाना, हरिश्चंद्र अग्रवाल एवं पुस्तक के लेखक आदित्य द्विवेदी उपस्थित थे। 


Tags:    

Similar News