Lucknow News: हॉस्टलों के पास फैला बिजली के तारों का जंजाल, मानकों के हिसाब से नहीं हो रहा संचालन

Lucknow News: हॉस्टल के ठीक बगल में बिजली के तारों का जंजाल फैला हुआ है। एक छात्र की माने तो यहां एंबुलेस या दमकल की गाड़ी नहीं पहुंच सकती हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-07-30 14:45 GMT

Lucknow News: देश के अलग-अलग प्रदेशों से विद्यार्थी कोचिंग के लिए राजधानी आते हैं। अपने और घरवालों के सपनों को पूरा करने के लिए विद्यार्थी मुश्किल भरे हालातों में रहने पर मजबूर हैं। लखनऊ के हॉस्टलों का हाल खराब है। गलियों में बने हॉस्टलों में पार्किंग तक की सुविधा भी नहीं है। मानकों को ताक पर रख कर राजधानी में कई हॉस्टल संचालित किए जा रहे हैं। 


 केसी हॉस्टल के पास फैला बिजली तारों का जंजाल

कपूरथला क्षेत्र स्थित बड़ा चांदगंज में बने केसी हॉस्टल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थी रहते हैं। चार पहिया गाडियां हॉस्टल तक नहीं जा सकती हैं। हॉस्टल के ठीक बगल में बिजली के तारों का जंजाल फैला हुआ है। एक छात्र की माने तो यहां एंबुलेस या दमकल की गाड़ी नहीं पहुंच सकती हैं। छात्र ने बताया कि हॉस्टल पहुंचने का मुख्य मार्ग बेहद पतली गली से होकर गुजरता है। जिसमें बड़ी मुश्किल से दो पहिया वाहन निकलते हैं। यही नहीं क्षेत्र के अधिकतर हॉस्टलों को मानकों के मुताबिक नहीं बनाया गया है। 


हॉस्टल तक नहीं पहुंचती एंबुलेंस

चांदगंज स्थित बाजपेई हॉस्टल में यूपीएससी, एसएससी, पुलिस परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थी रहते हैं। यहां पार्किंग की भी सुविधा नहीं है। सकरी गलियों पर ही वाहनों की भीड रहती है। एक छात्र ने बताया कि हॉस्टल में विद्यार्थियों के आने-जाने के लिए एक ही रास्ता रखा गया है। फायर एग्जिट की व्यवस्था नहीं है। छात्रों को अपने वाहन गलियों में खड़ा करना पड़ता है। स्वास्थ्य सेवा में भी परेशानी होती है। क्योंकि कोई भी इमरजेंसी होने पर एंबुलेंस का पहुंचना भी मुश्किल है। चार पहिया वाहनों के आवागमन की भी सुविधा नहीं है। यदि किसी के परिवार का सदस्य आता है तो उसे मजबूरी में गाड़ी बाहर रोड पर ही खड़ी करनी पड़ती है। 

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