Lucknow University: रेप घटनाओं के खिलाफ NSUI का हल्ला बोल, छात्रों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक

Lucknow University: एनएसयूआई के छात्र शुक्रवार को परिसर में एकत्रित हुए। छात्रों ने पैदल मार्च निकाल कर जागरूकता अभियान चलाया। मार्च के दौरान छात्र पहले बीए की क्लास में गए। उसके बाद साइबर लाइब्रेरी में गए।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-08-16 14:30 GMT

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्रों ने देश में हो रही रेप की घटनाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों ने मुख्य परिसर में जागरूकता अभियान चलाया। पुलिस प्रशासन के साथ प्रदर्शनकारी छात्रों की तीखी नोंकझोंक हुई। 

 रेप घटनाओं के खिलाफ एनएसयूआई का प्रदर्शन 

एनएसयूआई के छात्र शुक्रवार को परिसर में एकत्रित हुए। छात्रों ने पैदल मार्च निकाल कर जागरूकता अभियान चलाया। मार्च के दौरान छात्र पहले बीए की क्लास में गए। उसके बाद साइबर लाइब्रेरी में गए। जब छात्रों का मार्च साइबर लाइब्रेरी पहुंचा। प्रॉक्टोरियल टीम ने छात्रों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन छात्र नहीं माने। प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के लाइब्रेरी पहुंचने पर छात्रों से तीखी नोंकझोंक हुई। एलयू चौकी इंचार्ज और एनएसयूआई प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा के बीच बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हाथों में काली पट्टी बांध कर प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया। 


 प्रशासन को नहीं रास आई न्याय की मांग

पुलिस व एलयू प्रशासन से बहस के बाद छात्र लाइब्रेरी के बाहर धरने पर बैठ गए। इस बीच छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। एलयू प्रॉक्टर ने मौके पर पहुंचकर छात्रों से बातचीत की। एनएसयूआई प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा ने बताया कि प्रशासन को न्याय की मांग रास नहीं आई। बलपूर्वक हमें रोकने का प्रयास किया गया। मुकदमे की धमकी दी गई। उन्होंने कहा कि आम छात्रों ने मार्च को समर्थन दिया है। मार्च के दौरान हमें छात्रों का पूरा समर्थन मिला। इस मौके पर एलयू एनएसयूआई प्रभारी अहमद रजा, इकाई अध्यक्ष सुधांशु शर्मा, विशाल सिंह, प्रिंस प्रकाश, अंकुश, अली, श्रेयस, अर्सलान व अन्य मौजूद रहे। 

एनएसयूआई की प्रमुख मांगें

- केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश भर में ज्यादा से ज्यादा फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं जिससे इन मामलों को न्याय मिलने में और गति मिले। 

- पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा रेप की घटना के संदर्भ में एक एडवाइजरी जारी की जाए की सरकार ने अभी तक क्या कदम उठाया इस मामले में और इस मामले को लेकर क्या करने वाली है। 

- केंद्र सरकार द्वारा एक स्पेशल एक्शन फोर्स का निर्माण किया जाए जिससे इन घटनाओं पर नजर रखी जाए और जल्द से जल्द इन मामलों को संज्ञान में लेकर इन पर उचित कार्रवाई की जाए।

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