Lucknow News: अधिकारियों ने किसानों से की वार्ता, शनिवार को प्रतिनिधिमंडल उच्चाधिकारियों से करेगा मुलाकात
Lucknow News: सुल्तानपुर रोड पर बीते 42 दिनों से जारी भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के धरने ने गुरुवार को उग्र रूप ले लिया।;
Lucknow News: सुल्तानपुर रोड पर बीते 42 दिनों से जारी भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के धरने ने गुरुवार को उग्र रूप ले लिया। अपनी मांगों को लेकर किसानों ने रिंग रोड स्थित ओवरब्रिज के नीचे से पैदल ही सीएम आवास के लिए कूच कर दिया। सैकड़ों की संख्या में किसान और उनके पीछे ट्रैक्टर ट्रालियों के चलते सुल्तानपुर रोड पर लम्बा जाम लग गया। जलसा रिजॉर्ट के पास से शुरू हुआ पैदल मार्च HCL तक पहुंच गया। यहां पुलिस ने रोड पर बैरियर लगाकर किसानों को रोक दिया। इस बीच एलडीए, आवास विकास, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमों ने किसानों का मान मनौव्वल शुरू किया। काफ़ी देर बातचीत के बाद भी जब कोई हल नहीं निकला तो किसान हाईवे पर ही बैठ गए। इससे अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
मुलाकात कराने की बात पर खत्म हुआ धरना
हाइवे पर बैठे किसानों ने आवास आयुक्त और एलडीए वीसी को मौके पर बुलाने की जिद शुरू कर दी। जिलाध्यक्ष आलोक वर्मा ने कहा कि जबतक अधिकारी मौके पर नहीं आएंगे तब तक यह धरना जारी रहेगा। वहीं, मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों ने किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल की वार्ता उच्चाधिकारियों से कराने की मांग रखी। इसके बाद किसानों ने मौखिक आश्वासन मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि या तो सक्षम अधिकारियों को बुलाया जाए या फिर लिखित में आश्वासन दिया जाए। करीब दो घंटे तक हाइवे पर हंगामा चलता रहा। काफ़ी मान मनौव्वल के बाद अधिकारियों की बातों पर किसानों की सहमति बनी। अधिकारियों ने शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल की मुलाकाऊ आवास विकास और एलडीए के वरिष्ठ अधिकारियों से कराने की बात कही है। इसके बाद किसानों ने धरना समाप्त किया।
पुलिस की लापरवाही आई सामने
किसानों के हाईवे पर आने और प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। किसानों की तरफ से पूर्व में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी गई थी की गुरुवार को वह सैकड़ों ट्रैक्टर के साथ सीएम आवास के लिए कूच करेंगे। इसके बावजूद साउथ जोन के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। न ही उन्होंने पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल को मौके पर भेजने की जरूरत समझी। सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस ही किसानों को संभालती रही। जब मामला बढ़ा तो एसीपी मोहनलालगंज, एसीपी गोसाईंगंज और एडीसीपी साउथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद किसान हाइवे पर आ गए। करीब दो घंटे हाइवे बाधित रहा। जब सभी किसान अपने ट्रैक्टर और ट्रॉली के साथ HCL पहुंच गए तो मौके पर एक गाड़ी PAC पहुंची।