Lucknow Bulldozer Action: बुलडोज़र एक्शन से नाराज महिलाओं ने घरों के बाहर चिपकाई रजिस्ट्री की कॉपी, बोली- हमारे आशियाने अवैध नहीं
Lucknow Bulldozer Action: पंतनगर में अपने आशियाने पर ध्वस्तीकरण के लिए लाल निशान लगाए जाने से नाराज महिलाओं ने अब घरों के बाहर रजिस्ट्री की फोटोकॉपी चिपका दी है।
Lucknow Bulldozer Action: पंतनगर में अपने आशियाने पर ध्वस्तीकरण के लिए लाल निशान लगाए जाने से नाराज महिलाओं ने अब घरों के बाहर रजिस्ट्री की फोटोकॉपी चिपका दी है। महिलाओं का कहना है कि जो भी जिम्मेदार अधिकारी हमें अवैध घोषित कर रहे हैं वो आएं और देखें की हम वैध हैं या अवैध। हमारे पास रजिस्ट्री है, दाखिल ख़ारिज है, सरकारों के नियम के हिसाब से हम लोग सारे बिल दे रहे हैं तो आखिर हम अवैध कहाँ से हुए। अब, जब कुकरैल नाले के किनारे बने हमारे घरों को अचानक से अवैध बताया जा रहा है तो ऐसे में हम क्या करें और आखिर कहाँ जाएं।
शनिवार को न्यूज़ट्रैक को अपना दर्द बताते हुए महिलाओं ने कहा कि हमारे घरों को अचानक से अवैध बता दिया गया। जबकि शहर में सचमुच की जो अवैध बस्तियां हैं, तालाबों-पोखरों और सरकारी जलाशयों पर बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। फ़िलहाल लोग सरकारी कार्रवाई के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमने जिंदगी भर की जमा पूँजी लगा कर अपने आशियाने तैयार किए हैं इन्हें किसी भी कीमत पर उजड़ने नहीं देंगे। शनिवार को जब न्यूज़ट्रैक की टीम इलाके में पहुँची तो बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे अपना दर्द बताने के लिए घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने सरकारी कार्यशैली के खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई है। सबने यही कहा कि अभी लड़ाई शुरू हुई है सब लोग मिलकर इसे लड़ेंगे चाहे कितना भी लम्बा संघर्ष करना पड़े।
खाना-पीना तक हुआ दुश्वार, दहशत का माहौल
ये है सरकार की प्लानिंग
बताते चलें कि कुकरैल नाले के किनारे बसे अकबर नगर को पूर्व में ध्वस्त किया जा चुका है। इसके बाद पंत नगर, इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर, अबरार नगर आदि इलाकों में सर्वे कर इन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जानी है। भूमि को समतल कर सरकार यहां कुकरैल रिवरफ्रंट विकसित करने की तैयारी में है। इसी के तहत नाले के किनारे बसे कई इलाकों को ग्रीन बेल्ट घोषित किया गया है। फ़िलहाल पंतनगर में सिंचाई विभाग, एलडीए समेत अन्य सम्बंधित विभागों ने सर्वे का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया है। अब आगे की कार्रवाई की तैयारी चल रही है। दूसरी ओर स्थानीय लोग लगातार इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।