Lucknow News: पुनर्वास विवि में PG के छात्रों को मिलेंगे अतिरिक्त अंक, विद्यार्थियों के पास मौका

डॉ. यशवंत वीरोदय के अनुसार यदि पीजी की पढ़ाई के दौरान किसी छात्र का शोध पत्र यूजीसी द्वारा नामित जर्नल में प्रकाशित होता है तो उसे अतिरिक्त अंक मिलेंगे। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत परास्नातक के छात्रों को मेजर विषय में लघु शोध करना जरुरी है।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-04-09 12:00 GMT

Lucknow News: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय से परास्नातक कर रहे छात्रों के पास अतिरिक्त अंक (Extra Marks) हासिल करने का मौका मिलेगा। छात्रों को शोध परियोजना (Research Project) के लिए यह अंक दिए जाएंगे। विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि यदि किसी छात्र की परियोजना से शोध पत्र (Research Paper) जर्नल (Journal) में प्रकाशित होता है। तब छात्र को अतिरिक्त अंक मिलेंगे।

विद्यार्थियों को मिलेंगे अतिरिक्त अंक

पुनर्वास विश्वविद्यालय में पीजी के छात्रों को शोध पत्र प्रकाशित होने पर 25 अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। एनईपी-2020 (New Education Policy) को लेकर डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यूजीसी (UGC) की ओर से लिस्टेड किए गए जर्नल में किसी विद्यार्थी का परास्नातक (PG) करने के दौरान शोध परियोजना में से कोई रिसर्च पेपर प्रकाशित हो जाता है, तो छात्र को 25 अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। विद्यार्थियों की शोध परियोजना में से शोध पत्र जर्नल में प्रकाशित हुआ तो 25 अंक अतिरिक्त मिलेंगे लेकिन 100 से अधिक अंक नहीं दिए जा सकेंगे।

शोध पत्र प्रकाशित होने पर मिलेंगे नंबर

डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. यशवंत वीरोदय के अनुसार यदि पीजी की पढ़ाई के दौरान किसी छात्र का शोध पत्र यूजीसी द्वारा नामित जर्नल में प्रकाशित होता है तो उसे अतिरिक्त अंक मिलेंगे। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत परास्नातक के छात्रों को मेजर विषय में लघु शोध करना जरुरी है। इस शोध परियोजना का रिसर्च पेपर यदि किसी जर्नल में पब्लिश होता है तब विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। छात्रों को 25 अंक अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि उन्हें अधिकतम 100 अंक ही मिलेंगे। नियम के अनुसार 100 अंक से अधिक अंक नहीं दिए जा सकते हैं।

Tags:    

Similar News