Lucknow Crime: छेड़छाड़ के मुकदमे में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप, थाने के चक्कर काट रहा पीड़ित परिवार
Lucknow Crime: 10 अक्टूबर को पीजीआई कोतवाली में क्षेत्र के एक गाँव में युवक और उसके दोस्त के खिलाफ युवती से बदसुलूकी करने और विरोध करने पर मारपीट एवं छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था।
Lucknow Crime: सीएम योगी और डीजीपी प्रशांत कुमार के तमाम निर्देशों के बावजूद पुलिसिया कार्यशैली सुधरने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला पीजीआई थानाक्षेत्र के एक गांव से सामने आया है। जहां से युवती से छेड़छाड़ का मामला दर्ज होने के दो सप्ताह बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी है। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और आरोपियों से मिली भगत का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला
10 अक्टूबर को पीजीआई कोतवाली में क्षेत्र के एक गाँव में युवक और उसके दोस्त के खिलाफ युवती से बदसुलूकी करने और विरोध करने पर मारपीट एवं छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था। पीड़िता ने थाने पर दी गई शिकायत में बताया था कि 6 अक्टूबर की रात रोहित पांडे नामक युवक शराब के नशे में धुत होकर पीड़िता के घर के बाहर नग्न होकर पेशाब कर रहा था। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो आरोपी रोहित पांडेय और अरुण तिवारी ने लड़ाई झगड़ा शुरू कर दिया। साथ ही युवती के कपड़े फाड़ दिए और उससे जमकर छेड़छाड़ और अभद्रता की। पीड़ितों का आरोप है कि शिकायत लेकर जब वह थाने गए तो वहां भी पुलिस ने दबाव बनाकर सुलह कराने का प्रयास किया। परिवार ने जब एसीपी से शिकायत की तो जाकर केस दर्ज हुआ।
पीड़िता के बयान भी नहीं हुए दर्ज
पीड़िता और उसकी मां ने बताया कि 10 अक्टूबर 2024 को एसीपी की फटकार के बाद पीजीआई कोतवाली में मामला दर्ज हुआ लेकिन अभी तक ना तो पीड़िता का मेडिकल हुआ है और ना ही धारा 164 के अंतर्गत कोई बयान दर्ज कराया गया है। पीड़िता और उसकी मां ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद से एक बार भी पुलिस वाले इंक्वारी करने भी घर तक नहीं पहुंचे। अब दबंग युवक और उसके साथी पीड़िता और उसके परिवार वालों को मामले को खत्म करके शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। ऐसा न करने पर वह जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। SHO पीजीआई ब्रजेश चंद्र तिवारी ने पता कर मामले में कार्रवाई करने की बात कही है।