Lucknow News: रोल मॉडल बना योगी सरकार का एंटी रोमियो स्क्वायड, दिल्ली सरकार ने अपनाया
Lucknow News: दिल्ली सरकार ने ईव टीजिंग और उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए योगी सरकार की एंटी रोमियो स्क्वायड की तर्ज पर शिष्टाचार स्क्वायड का गठन करने का फैसला लिया है।;
Lucknow News दिल्ली सरकार ने अपनाया एंटी रोमियो स्क्वायड (Image From Social Media)
Lucknow News: बेटियों की सुरक्षा के लिए यूपी सरकार की तर्ज पर दिल्ली सरकार ने गठित किया है शिष्टाचार स्क्वायड, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मनचलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए यूपी में किया गया है एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन, अब तक स्क्वायड ने एक करोड़ से अधिक स्थानों पर 4 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को चेक किया है। इसके तहत 24 हजार से अधिक अभियोगदर्ज किए गए हैं तथा 32 हजार से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की गई है।
प्रदेश की बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार की पहल और योजनाएं एक बार फिर विभिन्न राज्यों के लिए रोल मॉडल बनकर उभरी हैं। दिल्ली सरकार ने ईव टीजिंग और उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए योगी सरकार की एंटी रोमियो स्क्वायड की तर्ज पर शिष्टाचार स्क्वायड का गठन करने का फैसला लिया है। यह स्क्वायड यूपी के एंटी रोमियो स्क्वायड की तरह ही काम करेगा। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनचलों और शोहदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था।
अब तक एक करोड़ से अधिक स्थानों पर की गयी चेकिंग
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप मनचलों और शोहदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया था। इसके लिए प्रदेश के हर थाने में महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की अलग से तैनाती की गयी थी। इसमें शामिल पुलिसकर्मी को स्कूल, काॅलेज, मुख्य बाजारों, मंदिर, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर गश्त कर बेटियों, महिलाओं से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा के संबंध में जागरूक करना था। साथ ही मनचलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना था।
डीजीपी ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में लगातार एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत 22 मार्च 2017 से 5 फरवरी 2025 तक 1,08,85,450 स्थानों पर 4,00,58,562 व्यक्तियों को चेक किया गया है। वहीं अभियान के दौरान 24,009 अभियोग दर्ज करते हुए 32,291 व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की गयी, जबकि 1,47,04,311 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया।