Lucknow News: जयन्ती पर आयोजित संगोष्ठी में याद किये गए भगत सिंह
Lucknow News Today: मुख्य वक्ता शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि भगत सिंह कहते थे कि युद्ध छिड़ा हुआ है। यह युद्ध तब तक चलता रहेगा जब तक कि शक्तिशाली व्यक्ति भारतीय जनता और श्रमिकों की आय के साधनों पर एकाधिकार जमाये रखेंगे।
Lucknow News Today: पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद कौशल किशोर ने आज यहाँ कहा कि भगत सिंह के स्मरण का अर्थ है हर क्षेत्र , हर दल और विचार में घुसी जातीय विद्रूपताओं व संकीर्णताओं को अपने व्यवहार से ख़त्म करें। दहेज़ , कन्या भ्रूण ह्त्या , स्त्री अपमान , अंध विश्वास भगत सिंह की क्रांतिकारी ज्वालाओं में भस्म हों तभी उनका स्मरण सार्थक होगा | उन्होंने कहा जहाँ भी अन्याय, जुल्म और अनाचार है । उसके खिलाफ उठने वाली हर आवाज भगत सिंह है ।
मुख्य वक्ता शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि भगत सिंह कहते थे कि युद्ध छिड़ा हुआ है। यह युद्ध तब तक चलता रहेगा जब तक कि शक्तिशाली व्यक्ति भारतीय जनता और श्रमिकों की आय के साधनों पर एकाधिकार जमाये रखेंगे। चाहे ऐसे व्यक्ति अंग्रेज पूंजीपति हों या सर्वथा भारतीय पूंजीपति । भगत सिंह ने कहा कि यह युद्ध न तो हमने प्रारम्भ किया है और न यह हमारे जीवन के साथ समाप्त होगा। भगत सिंह ने कहा हम गोरी बुराई की जगह काली बुराई को लाकर कष्ट नहीं उठाना चाहते। बुराइयाँ एक स्वार्थी समूह की तरह एक दूसरे का स्थान लेने के लिए तैय्यार रहती हैं।
शहीद ए आजम भगत सिंह की जन्म जयन्ती पर भारत समृद्धि एवं सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विचार गोष्ठी में आज भगत सिंह के क्रांतिकारी जीवन का स्मरण किया गया । आज के युग में युवा शक्ति और भगत सिंह के विचारों की उपादेयता विषयक संगोष्ठी में जीवन्त परिचर्चा हुई |
राजधानी लखनऊ के महाराजा बिजली पासी महा विद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व मंत्री मा कौशल किशोर जी और मुख्य वक्ता भारत समृद्धि के अध्यक्ष शैलेन्द्र दुबे थे | संगोष्ठी का संचालन रीना त्रिपाठी ने करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवकों और भगत सिंह के विचारों की अहम भूमिका होती है|
संगोष्ठी में विद्यार्थियों के अतिरिक्त प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारी संघों के वरिष्ठ पदाधिकारी, शिक्षक, बुद्धिजीवी और आम लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए । मुख्यतः प्राचार्या डा सुमन गुप्ता, अमित शर्मा, एच एन पांडेय, धीरज उपाध्याय, त्रिवेणी मिश्र,शिव प्रकाश दीक्षित, धनंजय द्विवेदी, रेनू त्रिपाठी, सुमन दुबे, रमा शर्मा, नीता मल्होत्रा, उषा त्रिपाठी, विजय त्रिपाठी,पायल शर्मा, सपना तिवारी, संजीव वर्मा सम्मिलित हुए।