Lucknow News: 'बड़े अपराधियों को ढेर करने वाला जांबाज हारा जिंदगी की जंग', जानिये UP STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार की पूरी कहानी

Lucknow News: बीते रविवार देर रात शामली में हुई मुठभेड़ के दौरान यूपी STF की टीम ने 4 बदमाशों को मार गिराया था। जिसके बाद बुधवार को उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार के जीवन का सफर खतरों के बीच गुजरने के साथ-साथ बड़े संघर्षों वाला था।;

Report :  Sushil Kumar
Update:2025-01-22 21:03 IST

Shamli encounter UP STF Inspector Sunil Kumar struggle story

UP News: बीते रविवार देर रात शामली में हुई मुठभेड़ के दौरान यूपी STF की टीम ने 4 बदमाशों को मार गिराया था। वहीं, इस मुठभेड़ के दौरान यूपी STF की टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील कुमार बदमाशों की ओर से हुई फायरिंग में गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद बुधवार को उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार के जीवन का सफर खतरों के बीच गुजरने के साथ-साथ बड़े संघर्षों वाला था। इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अपने संघर्षों भरे जीवन में कई कुख्यात अपराधियों को ढेर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीते रविवार देर रात हुई मुठभेड़ में भी उन्होंने कुख्यात अपराधी को ढेर किया लेकिन अपनी जिंदगी की जंग हार गए।

मेरठ के रहने वाले थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार

एसटीएफ एसपी बृजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार मेरठ के मसूरी गांव के रहने वाले थे। उनके पिता चरण सिंह का निधन हो चुका है। बड़े भाई गांव में खेती करते हैं। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। शहादत की खबर पाकर रिश्तेदार और गांव के लोग पहुंचे। समाचार लिखे जाने समय तक गांव में उनका शव नहीं पहुंचा था।

1990 में मिली थी आरक्षी के पद पर तैनाती, 2009 से STF में हैं नियुक्त

आपको बताते चलें कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार एक सितम्बर 1990 को आरक्षी के पद भर्ती हुए थे। और इसी के द्वारा साल 1997 में कमाण्डों कोर्स मानेसर हरियाणा में किया गया तथा एक जनवरी 2009 से स्पेशल टास्क फोर्स में नियुक्त हैं। इसके साथ ही सुनील कुमार 7 अगस्त 2002 मुख्य आरक्षी के पद पर प्रोन्नत हुए। आपको बता दें कि सुनील कुमार द्वारा एसटीएफ में नियुक्ति अवधि के दौरान किये गये अदम्य शौर्य एवं साहसिक कार्यो के लिए इन्हें वर्ष 2015 में शौर्य के आधार पर सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह वर्ष 2022 में उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह वर्ष 2024 में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 का प्रशंसा चिन्ह-रजत तथा तथा सेवा अभिलेख के आधार पर वर्ष 2024 में गृह मंत्रालय, भारत सरकार का अति उत्कृष्ट सेवा पदक प्रदान किए गये हैं।

अपने कार्यकाल में कई कुख्यात अपराधियों को ढेर करने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अपने संघर्ष भरे जीवन में कई कुख्यात अपराधियों को ढेर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साल 2008 में कुख्यात 5 लाख रूपयें के ईनामी अपराधी अम्बिका पटेल उर्फ ठोकिया एंव 50 हजार रूपयें के ईनामी कुख्यात एंव सक्रिय अपराधी उमर केवट को पुलिस मुठभेड़ के दौरान मार गिराए जाने में इंस्पेक्टर सुनील कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। इतना ही नहीं, वर्ष 2012-13 में सुनील कुमार द्वारा मेरठ यूनिट में रहते हुए कुख्यात एंव सक्रिय अपराधी सुशील उर्फ मूछ, बदन सिंह उर्फ बददों एंव भूपेन्द्र बाफर जिन पर एक-एक लाख रूपयें का ईनाम घोषित था, को गिरफ्तार कर जेल भेजने में महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।

साहसिक मुठभेड़ों में कई इनामी बदमाशों को किया ढेर

साल 2013 तक हुईं बड़ी मुठभेड़ों के साथ साथ 24 जून 2019 को कुख्यात व सक्रिय अपराधी आदेश बालियान निवासी भौरा कला जिस पर 1,25,000 हजार रूपयें का ईनाम घोषित था, उसे मुठभेड के दौरान मार गिराने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। वहीं, चार मई 2023 को उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ के थाना जानी क्षेत्र में STF टीम के साथ हुई एक साहसिक मुठभेड़ के दौरान कुख्यात गैगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मार गिराये जाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं। 14 दिसम्बर 2024 को STF, उत्तर प्रदेश एंव स्पेशल सेल दिल्ली की संयुक्त टीम को थाना क्षेत्र टी0पी0नगर जनपद मेरठ क्षेत्र में हासिम बाबा गैंग का शूटर दिल्ली की डबल मर्डर की घटना में वांछित 50 हजार के ईनामी कुख्यात अपराधी अनिल उर्फ सोनू उर्फ मटका को एक साहसिक मुठभेड़ में मार गिराने में सफलता हासिल की गयी।

गृह मंत्रालय की ओर से अति उत्कृष्ट सेवा पदक से हुए थे सम्मानित

तेजी से अपराधियों को ढेर करने के साथ साथ सुनील कुमार के कुशल नेतृत्व में अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वालें एवं मादक पदार्थो की तस्करी तथा अवैध शराब की तस्करी करने वालें शातिर अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की गयी। सुनील कुमार द्वारा एसटीएफ में नियुक्ति अवधि के दौरान किये गये अदम्य शौर्य एवं साहसिक कार्यों के लिये उन्हें साल 2015 में शौर्य के आधार पर सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह, साल 2022 में उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, साल 2024 में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 का प्रशंसा चिन्ह-रजत तथा सेवा अभिलेख के आधार पर साल 2024 में ही गृह मंत्रालय, भारत सरकार का अति उत्कृष्ट सेवा पदक प्रदान किये गये हैं।

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