AKTU: मेकर्स लैब बनाने के लिए जगह चिन्हित, इंफोसिस विशेषज्ञ छात्रों को देंगे प्रशिक्षण
एकेटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार अब छात्रों को स्किल पर आधारित कोर्स कराने का प्रयास किया जा रहा है। बी.टेक कर रहे विद्यार्थियों के लिए माइनर कोर्स में भी अब स्किल बेस्ड कोर्स का विकल्प दिया जाएगा।
AKTU: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में इंफोसिस मेकर्स लैब बनाने की तैयारी जोरों पर है। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से 3500 वर्ग फीट की जगह चुन ली गई है। कंपनी इस लैब को अपने खर्च पर बनवा कर तैयार करेगी। एकेटीयू और इंफोसिस के बीच इस संबंध में एक करार किया गया है।
नई तकनीकों के बारे में सीखेंगे छात्र
एकेटीयू में मेकर्स लैब बनने जा रही है। इसके माध्यम से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रोबोटिक्स जैसी तकनीकों के बारे में अध्ययन करने का मौका मिलेगा। कंपनी खुद इस लैब को बनाकर तैयार करेगी। कंपनी के विशेषज्ञ विद्यार्थियों को इन तकनीकों के बारे में सिखाएंगे। एकेटीयू की इस लैब में आइटीआइ, तकनीकी संस्थानों से लेकर स्कूल और कॉलेजों के छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
3500 वर्ग फीट में बनेगी लैब
मेकर्स लैब के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। 3500 वर्ग फीट में लैब बनाई जाएगी। एकटीयू के संबद्ध संस्थानों के विद्यार्थियों को इसमें बिना किसी फीस के निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। सेंटर फार एडवांस स्टडीज व इनोवेशन एंड सोशल एंटरप्रेन्योरशिप के असिस्टेंट प्रोफेसर अनुज शर्मा के मुताबिक इस लैब को बनाने के लिए एकेटीयू सिर्फ जगह दे रहा है। लैब में इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। एकेटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार अब छात्रों को स्किल पर आधारित कोर्स कराने का प्रयास किया जा रहा है। बी.टेक कर रहे विद्यार्थियों के लिए माइनर कोर्स में भी अब स्किल बेस्ड कोर्स का विकल्प दिया जाएगा।
शनिवार को होगी कैब की बैठक
एकेटीयू में शनिवार को सेंट्रल एडमिशन बोर्ड यानी कैब (CAB) की बैठक प्रस्तावित है। जिसमें एकेटीयू और संबद्ध संस्थानों में नए शैक्षिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरु करने पर मंथन किया जाएगा। बैठक में काउंसिलिग की तारीख भी तय होगी। बता दें कि आगामी सत्र से बीटेक में प्रवेश लेने वाले छात्रों को जेईई मेन और कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के स्कोर से प्रवेश दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय कैंपस में बीबीए और बीसीए जैसे कोर्स शुरु करने की तैयारी में है। इन पाठ्यक्रमों के लिए 60-60 सीटें तय की गई हैं।