Lucknow News: भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है अतीत का पुनर्बोध- श्री टी. एन. मिश्र
Lucknow News: विशिष्ट वक्ता के रूप में अपने विचार रखते हुए प्रोफेसर विजय कुमार ने बिरसा मुंडा जी के जीवन वृत पर विशेष प्रकाश डाला और आज के इस कार्यक्रम की सार्थकता का विवेचन किया।
Lucknow News: अतीत का पुनर्बोध न केवल हमें हमारे गौरवशाली इतिहास एवं महापुरुषों से परिचित कराता है बल्कि यह भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त करता है। यह विचार बीएसएनवी पीजी कॉलेज में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान अवध प्रांत एवं समाजशास्त्र विभाग बीएसएनवी पीजी कॉलेज लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री टी एन मिश्र ने दिए। बीएसएनवी पीजी कॉलेज (केकेवी) में शनिवार को जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन महाविद्यालय के सभागार में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के प्रांत सचिव डॉ. मंजुल त्रिवेदी ने जनजातीय गौरव दिवस की पृष्ठभूमि को बताते हुए भगवान बिरसा मुंडा के योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ त्रिवेदी ने बताया कि जनजातीय संस्कृति सनातन संस्कृति का ही आदि स्वरूप है।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सम्मिलित हुए विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के क्षेत्र संयोजक प्रो जयशंकर पांडे जी ने बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह अंग्रेजी राज में उन्होंने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी तत्कालीन समाज मे चेतना जागृत करने का कार्य किया था। इस दौरान उन्होंने राष्ट्र निर्माण में जनजातीय समाज के योगदान का भी उल्लेख किया।
महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के डीन प्रो. संजीव शुक्ला जी ने भगवान बिरसा मुंडा को याद करते हुए कहा कि यह प्रशंसनीय है कि हमने विगत कुछ वर्षों में अपने अतीत के उन महापुरुषों के योगदान को याद करना प्रारंभ किया है जिनका अप्रतिम योगदान देश के लिए रहा है, उन्होंने इस आयोजन के लिए समाजशास्त्र विभाग एवं विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान अवध प्रान्त को बधाई दी।
जनजातीय गौरव दिवस के महत्व को बताया गया
समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर वंदना ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए जनजातीय गौरव दिवस के महत्व से सभी को परिचित कराया। विशिष्ट वक्ता के रूप में सम्मिलित हुई नारी शिक्षा निकेतन स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्रोफेसर सुनीता कुमार ने बिरसा मुंडा जी के व्यक्तित्व पर अपने विचार रखते हुए बताया कि आज भारत सरकार अनेक योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समाज को मुख्य धारा में लाने का कार्य कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने विभिन्न आंकड़ों का भी उल्लेख किया।
बिरसा मुंडा के जीवन वृत पर डाला गया प्रकाश
विशिष्ट वक्ता के रूप में अपने विचार रखते हुए प्रोफेसर विजय कुमार ने बिरसा मुंडा जी के जीवन वृत पर विशेष प्रकाश डाला और आज के इस कार्यक्रम की सार्थकता का विवेचन किया। कार्यक्रम के अंत में समाजशास्त्र विभाग के डॉ एम एल मौर्य के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के आचार्यगण प्रोफेसर अनीता ओझा, प्रोफेसर एन के अवस्थी, प्रोफेसर गोविंद कृष्ण मिश्र सहित महाविद्यालय के अनेक विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।