Lucknow News: UGC ने BBAU को दिया प्रथम श्रेणी में स्थान, ऑफ कैंपस केंद्र खोलने में होगी आसानी

कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे विश्वविद्यालय परिवार की मेहनत का परिणाम है। अब नए कोर्स, विभाग और केंद्र खोलने के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह से स्वतंत्र है। इसके जरिए सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। विश्वविद्यालय में विदेशी शिक्षकों को रखने में आसानी होगी।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-04-01 20:00 IST

Lucknow News: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को प्रथम कैटेगरी में स्थान मिला है। विश्वविद्यालयों को नैक स्कोर के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है। बीबीएयू ने 3.72 नैक स्कोर के हासिल किया। जिसके लिए विश्वविद्यालय को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में यह स्कोर सबसे अधिक है।

एनआईआरएफ रैंकिंग में 42वां स्थान

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग में 42वां स्थान हासिल किया था। वहीं दक्षिण एशिया रैंकिंग में 204वां स्थान मिला। 3.51 नैक स्कोर अर्जित करने वाले विश्वविद्यालयों को यूजीसी प्रथम श्रेणी में जगह देता है। बीबीएयू से पहले एलयू और कानपुर विश्वविद्यालय को प्रथम श्रेणी में जगह मिल चुकी है।

बिना अनुमति शुरु कर सकेंगे केंद्र

यूजीसी की ओर से प्रथम श्रेणी में स्थान मिलने पर विश्वविद्यालय को कई तरह के फायदे होंगे। अब बीबीएयू अन्य इकाइयां और संस्थान के ऑफ कैंपस केंद्र खोल सकता है। प्रथम श्रेणी में शामिल होने के बाद विश्वविद्यालय को विदेशों में ऑफ कैंपस खोलने के लिए यूजीसी से अनुमति लेने की जरुरत नहीं होगी। इसके साथ रिसर्च पार्क, समाज संबंध केंद्र भी खोले जा सकते हैं। अब नए कोर्स और विभाग शुरु करने के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। बिना अनुमति के कोर्स और विभाग शुरु किए जा सकेंगे।

नए कोर्स शुरु करने के लिए स्वतंत्र

यूजीसी की ओर से प्रथम श्रेणी में स्थान मिलने पर बीबीएयू कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे विश्वविद्यालय परिवार की मेहनत का परिणाम है। अब नए कोर्स, विभाग और केंद्र खोलने के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह से स्वतंत्र है। इसके जरिए सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। विश्वविद्यालय में विदेशी शिक्षकों को रखने में आसानी होगी। टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग, क्यूएस रैंकिंग के शीर्ष 500 में आने वाले संस्थान विदेशी फैकल्टी नियुक्त कर सकते हैं। इसके साथ ही विदेशी छात्रों की संख्या में भी इजाफा होगा। यूजीसी से दूरस्थ शिक्षा केंद्र शुरु करने के लिए अनुमति नहीं लेनी होगी।

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