Solar Boat: सरयू नदी में लोगों को सैर कराएगी भारत की पहली सोलर बोट, इस दिन सीएम करेंगे उद्धाटन

Solar Boat: अयोध्या की सरयू नदी में ई-बोट सर्विस के नियमित संचालन की रूपरेखा तैयार कर ली है। इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है। 7 से 18 जनवरी के बीच बोट तमाम टेस्टिंग प्रक्रियाओं से गुजरेगी।

Report :  Network
Update:2024-01-16 16:56 IST

Solar Boat (सोशल मीडिया)  

Solar Boat: अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कर रही योगी सरकार जल्द ही एक ऐसा प्रयोग करने जा रही है जो पूरे देश में इनलैंड वॉटरवे सर्विसेस की रूपरेखा बदलकर रख देगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। इसको देखते हुए सरयू नदी पर पहली देश की सोलर पावर इनेबल्ड ई-बोट उतारा गया है।

इस दिन योगी करेंगे ई-बोट का उद्धाटन

उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) ने अयोध्या की सरयू नदी में ई-बोट सर्विस के नियमित संचालन की रूपरेखा तैयार कर ली है। इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है तथा देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य साजो-सामान मंगाए गए हैं। फिलहाल, एक बोट को कंप्लीट कर लिया गया है तथा इसके टेस्टिंग फेज की प्रक्रिया जारी है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व सीएम योगी इसका उद्घाटन करेंगें। इसके बाद आने वाले दिनों ऐसी अन्य बोटों के नियमित संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा।

कई मायनों में खास है सोलर पावर इनेबल्ड बोट

यह सोलर पावर इवेबल्ड बोट क्लीन एनर्जी के जरिए संचालन की परिकल्पना के आधार पर कार्य करती है। यह ड्यूअल मोड ऑपरेटिंग बोट है जो 100 प्रतिशत सोलर इलेक्ट्रिक पावर बेस पर काम करती है। इसे सोलर एनर्जी से चार्ज करने के साथ ही इलेक्ट्रिक एनर्जी के जरिए भी ऑपरेट किया जा सकता है। सबसे खास बात यह है कि यह बोट कैटामरैन केटेगरी की है जिसके अंतर्गत दो हल स्ट्रक्चर्स को जोड़कर एक बोट स्ट्रक्चर में कन्वर्ट किया जा सकता है। बोट के संचालन के दौरान किसी प्रकार के ध्वनि या पर्यावरणीय प्रदूषण नहीं होता है।

एक बार 30 लोग कर सकेंगे यात्रा

इस बोट में एक बार में 30 लोग यात्रा कर सकेंगे तथा यह सरयू नदी में नया घाट से संचालित होगी। इस बोट टूर का ट्रैवलिंग ड्यूरेशन एक घंटे से लेकर 45 मिनट के आसपास रखा जाएगा जिसमें सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों व धरोहरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे।

17 से 18 जनवरी के बीच होगी टेस्टिंग

इस बोट को पुणे की सनी बोट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से असेंबल किया गया है, जबकि चेन्नई की रा सोर्स प्राइवेट लिमिटेड इसमें सोलर व प्रोपल्शन पार्टनर की भूमिका निभा रहा है। यूपीनेडा के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण नाथ पाण्डेय ने बताया कि यह बोट 12 किलोवॉट इलेक्ट्रिक आउटबोर्ड ट्विन मोटर आधारित है। बोट में 46 किलोवॉट प्रति घंटा क्षमता वाली एलेपटी बैटरी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि 17 से 18 जनवरी के बीच बोट तमाम टेस्टिंग प्रक्रियाओं से गुजरेगी। यह बोट रिमोट व्यूइंग जैसी क्लास अपार्ट फैसिलिटी से भी लैस है।

इन तथ्यों पर डालिए एक नजर...

यूपीनेडा द्वारा विकसित बोट को 3.3 किलोवॉट रूफ टॉप सोलर पैनल्स के जरिए संचालित किया जा रहा है।

बोट की रूफटॉप पर कुल 6 सोलर पैनल लगे हैं जोकि 550 वॉट पॉवर ऊर्जा का उत्पादन करते हैं।

यह बोट लाइट वेट मैटीरियल और क्लीन एनर्जी बेस्ड होने के कारण नदी में संचालन के दौरान हाई स्पीड पर ऑपरेट होने में सक्षम है और क्रूजिंग के लिहाज से इसकी स्पीड 6 नॉट्स रहेगी जबकि यह 9 नॉट्स की टॉप स्पीड को भी प्राप्त कर सकता है।

इस बोट के संचालन के लिए शोर बेस्ड जेटी में मीटर पावर प्लग सोर्स की भी व्यवस्था की जा रही है।

यह बोट रिमोट व्यूइंग कैपेसिटी से लैस है, इसको कहीं भी ले जाए जा सकेगा।

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