Hardoi News:पोर्टल पर विवरण दर्ज करने में खुल गई मदरसों की पोल, विद्यार्थियों का ब्यौरा भरने में घट गई दस हज़ार संख्या
Hardoi News: विद्यार्थियों के कम होने के बाद जनपद में संचालित हो रहे मदरसों की कार्य गुजारी सामने आ गई है।मदरसों द्वारा सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है।जानकारों ने बताया कि सरकारी धन का बंदरबांट करने के लिए मदरसों में फर्जी नाम से बच्चों की भर्ती दिखाई जाती थी
Hardoi News: उत्तर प्रदेश में संचालित हो रहे मदरसे शुरू से ही विवादों से जुड़े रहे हैं।मदरसों में जमकर फर्जीवाड़ा भी हो रहा है साथ ही मदरसों पर सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप भी लगातार लगते रहते हैं। मदरसों पर लगने वाले यह आरोप कहीं हद तक सही साबित होते भी नजर आ रहे हैं।हरदोई जनपद में संचालित हो रहे मदरसों के यू डाइस पोर्टल पर विवरण दर्ज होने के बाद पोल खुल गई है। हरदोई जनपद में मदरसों द्वारा जमकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जनपद में 141 मदरसे संचालित हो रहे हैं।यू डाइस पोर्टल में विवरण दर्ज होने से पूर्व इन मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या 25994 थी। केंद्र सरकार द्वारा यू डाइस पोर्टल पर सभी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के आधार फ़ीडिंग सहित विवरण दर्ज होने के बाद हरदोई जनपद के मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगभग 10,000 कम हो गई। विद्यार्थियों के कम होने के बाद जनपद में संचालित हो रहे मदरसों की कार्य गुजारी सामने आ गई है।
मदरसों द्वारा सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है।जानकारों ने बताया कि सरकारी धन का बंदरबांट करने के लिए मदरसों में फर्जी नाम से बच्चों की भर्ती दिखाई जाती थी जिससे सरकार द्वारा सीधे विद्यार्थियों के खाते में छात्रवृत्ति भेजने के उद्देश्य से सभी स्कूलों को निर्देश दिए थे कि सभी विद्यार्थियों के आधार के साथ उनका विवरण यू डाइस नाम के पोर्टल पर भरा जाए जिससे विद्यार्थियों के खाते में सीधे छात्रवृत्ति पहुंच सके और बीच में होने वाले बंदरबांट पर लगाम लग सके।
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पोर्टल में विवरण दर्ज होने से पूर्व 25 हज़ार थी विद्यार्थियों की संख्या
हरदोई जनपद में संचालित मदरसों में आधार फ़ीडिंग के बाद विद्यार्थियों की संख्या 25944 से घटकर 15759 ही रह गई है।सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के चलते कई बार विद्यार्थियों का पंजीकरण मदरसों और परिषदीय विद्यालयों में फर्जी तरीके से करा दिया जाता है।विद्यालयों में पंजीकरण हुआ बच्चा या तो किसी निजी स्कूल में शिक्षा ले रहा होता है या शिक्षा के अभाव में ही जीवन यापन कर रहा होता है लेकिन सरकारी धन का बंदरबांट करने के लिए जिम्मेदार बड़ा खेल कर जाते हैं। जनपद हरदोई के शाहाबाद विकासखंड के मदरसा ए ए जय संचालित होता है यू-डाइस पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक यहां गत शैक्षिक सत्र में 311 विद्यार्थी थे लेकिन जब यू-डाइस पोर्टल पर विवरण आधार के सहित भरा गया तो यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या महज 22 रह गई।मदरसे में 289 विद्यार्थियों का विवरण नहीं मिला।
ऐसे ही जनपद में कई अन्य मदरसे संचालित हैं जहां गत वर्षो में विद्यार्थियों की संख्या अधिक थी लेकिन यू डांस पोर्टल पर आधार सहित विवरण भरने के बाद विद्यार्थियों की संख्या घट गई।
तीन करोड़ साठ लाख रुपए एक साल में डकार गए मदरसे
वर्ष 2021 22 तक मदरसों में पढ़ने वाले 23299 छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही थी लेकिन अब यू डाइस पोर्टल पर विवरण दर्ज होने के बाद इन छात्रों का कोई दौरा नहीं मिल रहा है मदरसे में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ₹300 प्रति माह छात्रवृत्ति दी जाती है यानी कि एक विद्यार्थी पर 36 सो रुपए 1 वर्ष में छात्रवृत्ति सरकार द्वारा दी जा रही है मदरसों से गायब हुए लगभग 10,000 विद्यार्थियों की बात की जाए तो जनपद में एक साल में लगभग 3 करोड़ 60 लाख रुपए की छात्रवृत्ति का घपला हुआ है। आखिर यह 3 करोड़ 60 लाख रुपए कहां और किसकी जेब में गए यह जांच का विषय है।
क्या बोले डीएम
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि फर्जीवाड़ा रोकने के लिए यू-डायस पर सभी विद्यार्थियों का विवरण दर्ज कराया जा रहा है जो तथ्य सामने आए हैं उसके आधार पर सैंपल के तौर पर कुछ मदरसों की जांच कराई जाएगी।फर्जीवाड़ा मिलने पर आवश्यक विधिक कार्यवाही होगी।