Atiq Ahmed's Statement: चर्चा में है माफिया का 21 साल पहले दिया बयान, जब अतीक ने कही थी यह बात, जाने ऐसे ही कुछ बयान

Atiq Ahmed's Statement: 2002 की बात है जब अतीक किसी परिचित के पोस्टमॉर्टम के दौरान प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल पहुंचा और अंदर शवों का चीर-फाड़ करने वाले दो कर्मचारियों को बुलाया। उनके साथ बातचीत के दौरान माफिया ने मजाकिया अंदाज में बोला था- ‘सुनो मुन्ना! जब हम इहां आउब त हमार खोपड़ी जरा आराम से खोलिहौ।

Update:2023-04-20 01:44 IST
अतीक अहमद: Photo- Social Media

Atiq Ahmed's Statement: माफिया अतीक अहमद अब इस दुनिया में नहीं है। 15 अप्रैल को तीन हमलावरों ने प्रयागराज में उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। अतीक की हत्या के बाद उसके काले कारमानों के बारे में एक के बाद एक कई ऐसी चीजे आ रही हैं जो हैरान तो करती हैं साथ ही इससे उसके जुल्द की दास्तां का भी पता चलता है। अतीक ने कभी-कभी ऐसी बातें भी कहीं थी जो आज चर्चा में हैं।

2002 की बात है जब माफिया अतीक अपने किसी परिचित के पोस्टमॉर्टम के दौरान प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल पहुंचा और अंदर शवों का चीर-फाड़ करने वाले दो कर्मचारियों को बुलाया, उनसे परिचित के पोस्टमॉर्टम की जानकारी ली। कर्मचारियों के साथ बातचीत के दौरान माफिया अतीक ने 500-500 के दो नोट निकालकर दोनों की मुट्ठी रख दिया और मजाकिया अंदाज में बोला- "सुनो मुन्ना! जब हम इहां आउब त हमार खोपड़ी जरा आराम से खोलिहौ। छैनी-हथौड़ी चलावै में थोड़ा रहम करिहौ।"

15 अप्रैल 2023 को पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक की तीन हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी। हमलावर ने उसकी कनपटी से सटाकर गोली मारी थी। जब अतीक का शव पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचा, तो अतीक के 21 साल पुराने उस बयान की फिर से चर्चा होने लगी है। अतीक का ऐसा एक ही बयान नहीं है जो उसकी हत्या के बाद चर्चा में हैं। माफिया अतीक के कई बयान उसकी हत्या के बाद फिर से चर्चा में हैं। माफिया अतीक ने कभी अपनी लाठी के जोर की बात कही, कभी अपने मर्डर के तरीके की। कभी मायावती पर सवाल उठाए तो कभी योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की। यहां माफिया अतीक के कुछ ऐसे ही बयानों के बारे में बताया जा रहा है। आइए जानते हैं माफिया के दिए गए कुछ बयानों के बारे में-

1. एनकाउंटर होगा या पुलिस मारेगी-

यह बात 2004 की है। अतीक अहमद फूलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ रहा था। इस दौरान उसने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'एनकाउंटर होगा या पुलिस मारेगी, या कोई अपनी ही बिरादरी का सिरफिरा। सड़क के किनारे पड़े मिलब...'

यही नहीं अतीक अहमद ने उसी दौरान एक अन्य इंटरव्यू में अपने अंजाम के बारे में कहा था, 'सब को पता है अंजाम क्या होना है। कब तक टाला जा सकता है...'

पंडित जी की तरह हम नैनी जेल में भी रहे हैं-

इस इंटरव्यू में अतीक अहमद को बताया गया था कि वो उस सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू चुने गए थे। इस पर अतीक ने कहा था, ‘पंडित जी की तरह हम नैनी जेल में भी रहे हैं। वो किताब लिखे वहां, हमें अपनी हिस्ट्रीशीट की वजह से जाना पड़ा।‘

2. अल्लाह ने हमारी लाठी में भी ताकत दी-

बात मई 2016 की है। प्रतापगढ़ के रानीगंज में एक मुशायरा हुआ था। इस मुशायरे में इमरान प्रतापगढ़ी भी थे। उनको हाल ही में यश भारती सम्मान मिला था। अतीक अहमद भी पहुंचा। अतीक ने अपने भाषण में कहा, ‘मैं पांच-पांच बार विधायक रहा, एक बार सांसद रहा। अल्लाह ताला ने इज्जत दिया, शोहरत दिया, उसका लाख-लाख शुक्र है। लाठी में भी ताकत दिया। लेकिन अगर कहीं मुझको कमी का एहसास होता है तो इल्म की कमी का एहसास होता है। मैं बहुत-सी जगह एहसास-ए-कमतरी का शिकार हो जाता हूं।‘

3. मुलायम की सरकार में मुसलमान सीना तानकर चलता है-

2016 में प्रतापगढ़ के सम्मेलन में अतीक ने कहा, ‘एक साहब कह रहे थे कि मुलायम सिंह की सरकार में इतने दंगे हो चुके हैं। बताइए, मुसलमान कहां से वोट देगा। हम आपसे कहना चाहते हैं। हालांकि कुछ बात मंच से कहने की नहीं होती। जब मायावती या बीजेपी की सरकार रहती है तो मुसलमान घर पर दबकर रहते हैं। मुलायम की सरकार में सीना तानकर चलते हैं। यही लोगों को नागवार गुजरता है और दंगे होते हैं।’

4. दुबारा अइसन गलती कियो, तो जिंदा न बचबो-

अतीक का आतंक ऐसा था कि लोग उससे डरते थे। उसके जुल्म का शिकार प्रयागराज के बमरौली का एक प्रॉपर्टी डीलर जैद खालिद भी है। अतीक की मौत के बाद जैद ने अपनी आपबीती मीडिया को बताया। जैद बताते हैं 22 नवंबर 2018 की घटना है। सुबह 7 बजे उसका अपहरण करके देवरिया जेल ले जाया गया। वहां माफिया अतीक बैठा था। उसने मुझे देखते ही बोला, ‘बड़का प्रॉपर्टी डीलर बन गए हो? तोका मना किए रहे, विष्णुपुरी वाली जमीन न खरीदेओ।‘ इसके बाद माफिया के गुर्गों ने उसे उल्टा लटका दिया और सैकड़ों लाठियां बरसाईं। इसके बाद अतीक आया और बोला- ‘दुबारा अइसन गलती कियो, तो जिंदा न बचबो। इलाहाबाद नय पूरे हिंदुस्तान में भी भागके न बच पउबो।‘ जैद ने जनवरी 2019 में प्रयागराज के धूमनगंज थाने में अतीक अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी सुनवाई चल रही है। माफिया अतीक के खिलाफ तमाम शिकायतें मिलने के बाद देवरिया जेल से उसको बरेली जेल भेज दिया गया था।

5. दो करोड़ दो और टिकट लो

अतीक अहमद उस समय समाजवादी पार्टी में था। 2016 के एक सम्मेलन में बसपा सुप्रीमो मायावती के बारे में अतीक अहमद ने कहा था, ‘मायावती के कउन है। कोई नहीं है। वहां तो किसी भी गड्ढे से निकल के आओ। दो बाल्टी पानी डालो। 2 करोड़ रुपया जेब में रखो और टिकट लेकर चले आओ।‘

6. जहां गलत हो रहा हो तो हाथ से रोक दो-

यह बात 2016 की है। अतीक और उसके गुर्गों पर नैनी की एक यूनिवर्सिटी में मारपीट के आरोप लगे। इस घटना पर माफिया अतीक ने सफाई देते हुए एक वीडियो जारी किया। जिसमें उसने कहा, ‘जहां गलत हो रहा हो तो हाथ से रोक दो। हाथ से रोकने लायक नहीं हो तो जबान से रोक दो। जबान से भी नहीं रोक सकते तो मन में बुरा कहो।‘

इसके बाद माफिया अतीक ने बकायदा एक शेर भी सुनाया- किसी मजलूम पे जुल्म होता देखकर खामोश रह जाना। मेरे करीब बगावत है फरमाने इलाही से...

7. जब अतीक ने कहा-योगी बहुत बहादुर, ईमानदार और मेहनती हैं-

बात अक्टूबर 2022 की है जब गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक को पेशी के लिए लखनऊ कोर्ट लाया गया था, यहां आते ही उसके सुर बदले-बदले से नजर आए। उसने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘योगी आदित्यनाथ बहुत बहादुर मुख्यमंत्री हैं, ईमानदार हैं और बहुत मेहनत कर रहे हैं।‘

8. हम बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं-

यह बात है 12 अप्रैल 2023 की। जब अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा था। रास्ते में पत्रकारों से अतीक ने कहा, ‘सरकार कह रही है कि मुझे मिट्टी में मिला दिया जाएगा। हम आपके जरिए गवर्नमेंट से कहना चाहते हैं। हम बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं। अब सिर्फ रगड़ा जा रहा है। अब हमारे औरतों और बच्चों को परेशान न करें। माफियागीरी खत्म हो गई।’

माफिया अतीक अहमद की कही गई ये बातें आज काफी चर्चा में हैं। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में तीन हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।

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