माघ पूर्णिमा पर पुण्य की डुबकी लगाने को कुंभ में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

आध्यात्म और तप की नगरी कुंभ में माघी पूर्णिमा पर कल्पवास पूर्ण हो रहा है। वसंत पंचमी के शाही स्नान के साथ ही मेले से संतों का डेरा उठने लगा था। सेक्टर 16 समेत कई सेक्टरों में सन्नाटा पसरने लगा था, लेकिन शुक्रवार से अचानक कुंभ नगरी में श्रद्धालुओं की हलचल तेज हो गई।

Update: 2019-02-18 07:10 GMT

आशीष पाण्डेय

प्रयागराज: आध्यात्म और तप की नगरी कुंभ में माघी पूर्णिमा पर कल्पवास पूर्ण हो रहा है। वसंत पंचमी के शाही स्नान के साथ ही मेले से संतों का डेरा उठने लगा था। सेक्टर 16 समेत कई सेक्टरों में सन्नाटा पसरने लगा था, लेकिन शुक्रवार से अचानक कुंभ नगरी में श्रद्धालुओं की हलचल तेज हो गई।

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शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर अमृत रस का पान किया। तो वहीं रविवार को छुटी का दिन था और बाहर से भी श्रद्धालुओं का जत्था मेले में उमड़ने लगा। देखते ही देखते मेले में भारी भीड़ हो गई। भीड़ को देख हरकत में आए प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबन्द किया।

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रविवार को आलम यह था कि शहर की सड़कों पर भी सर पर गठरी मोठरी लादे भारी संख्या में लोगों का रेला कीटगंज, रामबाग, सोहबतियाग की तरफ निकलता रहा। रविवार को हुई भारी भीड़ ने भीड़ प्रबंधन में लचर पड़े मेला प्रशासन को एक बार फिर सकते में डाल दिया और रविवार से ही माघी पूर्णिमा पर भारी भीड़ के आने का अनुमान लगाते हुए प्रशासन द्वारा जिले के इण्टर तक के सभी विद्यालयों को 18 फरवरी से 20 फरवरी तक बंद करने का निर्देश जारी कर दिया। शहरों में भारी वाहनों पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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अब एक बार फिर माघी पूर्णिमा पर आस्था के संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए भारी भीड़ के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि इस स्नान के बाद से मेले में एक माह से तप के रूप में कल्पवास कर रहे कल्पवासी भी सत्यनारायण की कथा सुन अपने अपने घरों को प्रस्थान करेंगे। जिससे पूर्णिमा पर मेला क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती है।

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