Mahakumbh Jam: महाकुंभ को लेकर अश्विनी वैष्णव ने लोगों को दी सलाह, रेल व्यस्था पर कही ये बड़ी बात
Mahakumbh Jam: महाकुंभ को लेकर रेलवे व्यस्था पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोगों को सलाह दी है। इसके साथ ही ट्रेन को लेकर फैले अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही है।;
Ashwini Vaishnav on Mahakumbh Jam
Mahakumbh Jam: महाकुंभ को लेकर रेलवे व्यस्था पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोगों को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के अवसर पर 8 स्टेशनों पर रेलवे का बहुत व्यवस्थित रूप से काम चल रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, " राज्य प्रशासन और मेला प्रशासन के साथ समन्वय जारी है। कल प्रयागराज जंक्शन से 330 गाड़ियां निकली हैं। कहीं पर कोई परेशानी नहीं है। यदि कहीं कोई अफवाहें फैलाने का प्रयास करे तो उस पर ध्यान ना दें।"
बड़ी संख्या में ट्रेनों का परिचालन
बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यह आयोजन डेढ महीने का है। देश-दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां पहुंच रहे हैं। करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए आ रहे हैं। श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे मंत्रालय ने बड़ी संख्या में ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।
अश्विनी वैष्णव का सलाह
वहीं दूसरी तरफ महाकुंभ को लेकर ये भी बातें सामने आ रही हैं कि प्रयागराज के साथ-साथ वहां जाने वाली ट्रेनों में भी भारी भीड़ है। साथ ही ये भी खबर सामने आ रही है कि प्रयागराज जाने वाली कई ट्रेनों को रोक दिया गया है। इसी पर अश्विनी वैष्णव ने लोगों को सलाह दी है कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें।
महाकुंभ का विशेष महत्व
प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती तीन नदियां हैं। यहां इन तीनों नदियों का संगम होता है। यानी तीनों नदियां यहां एक साथ मिलती है। प्रयागराज संगम में स्नान का हिंदू मान्यताओं में विशेष महत्व है। यहां माघ के महीने में हर साल माघ मेले का आयोजन होता है। माघ के महीने में कई स्नान पर्व आता है। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक इस महीने में स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। देश के दूर-दूर से श्रद्धालु यहां कल्पवास करते हैं।
144 साल बाद पूर्ण महाकुंभ
हर 6 साल पर प्रयागराज में अर्धकुंभ (अब कुंभ) का आयोजन होता है। वहीं हर 12 वर्ष पर कुंभ (अब महाकुंभ) का आयोजन होता है। वहीं इस बार के महाकुंभ को पूर्ण महाकुंभ कहा जा रहा है। जोकि 144 साल बाद यानी 12 महाकुंभ के बाद आया है। इसीलिए करोड़ों की श्रद्धालु इस साल संगम में डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंच रहे हैं।