यूपी का बजरंग मुनि: मुस्लिम महिलाओं को खुलेआम दी रेप की धमकी, आइए जानें इसके बारे में
UP Mahant Bajrang Muni: मुस्लिम महिलाओं (Muslim women) खुलेआम रेप की धमकी देने वाला महंत बजरंग मुनि (Mahant Bajrang Muni) पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
UP Mahant Bajrang Muni: मुस्लिम महिलाओं (Muslim women) को खुलेआम रेप की धमकी देने वाला महंत बजरंग मुनि (Mahant Bajrang Muni) पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। बुधवार शाम उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की हिरासत में जेल भेज दिया है। बड़े संगत के महंत बजरंग मुनि ने दो अप्रैल को पुलिस (UP Police) की मौजूदगी में विवादित बयान दिया था। लेकिन उसके खिलाफ पांच दिन बाद केस तब दर्ज हुआ जब उसका वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुआ है। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) ने भी यूपी के डीपीजी से सात दिन के अंदर जवाब मांगा है।
बजरंग मुनि का भड़काऊ बयान
दरअसल दो अप्रैल के दोपहर महंत बजरंग मुनि 400 लोगों के साथ शोभायात्रा निकाली थी। महंत कार में बैठे थे और उनके पीछे पुलिस के साथ समर्थकों की भीड़ 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए चल रही थी। जय श्री राम के नारे के बीच तभी कार में बैठे महंत ने बोलना शुरू किया, मेरी हत्या के लिए सूअरों ने 28 लाख रूपये जमा किए हैं। मैं तुमको बहुत प्यार से समझा दे रहा हूं, यदि इस इलाके में तुमने कोई हिंदू लड़की छेड़ी, तो खुलेआम मैं तुम्हारे घर से तुम्हारे बहू – बेटियों को उठाकर उनसे रेप करूंगा।
कौन है बजरंग मुनि
सीतापुर (Sitapur) में बड़ी संगत का आश्रम का महंत बाबा बजरंग मुनि दास मूलतः प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh District) के औवार गांव का रहने वाला है। उसका असली नाम अनुपम मिश्रा है। वो तकरीबन चार साल से आश्रम में रहकर इसकी देखभाल कर रहा है। बताया जा रहा है कि 2019 में उदासीन अखाड़ा नासिक से उसे बाहर निकाल दिया गया था। बाबा की सुरक्षा व्यवस्था किसी वीआईपी से कम नहीं है। 6 गनर बाबा की सुरक्षा में लगे रहते हैं जो शिफ्ट के हिसाब से काम करते हैं। इसके अलावा पीएसी बल का डेढ़ सेक्शन संगत और आश्रम की सुरक्षा में हमेशा मुस्तैद रहता है।
बाबा बजरंग मुनि इससे पहले भी विवादों में आ चुके हैं। 16 फरवरी 2021 को उनके आश्रम के निकट पड़ी खाली जमीन पर कब्जे को लेकर बाबा के लोगों और विशेष समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे। बाबा बजरंग मुनि भी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में उसने तत्कालीन सीतापुर सीओ सिटी पीयूष सिंह पर अपनी हत्या करवाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।