Mahoba News: छात्राओं से भरे ई रिक्शा को ट्रक ने मारी टक्कर, 8 छात्राओं सहित 9 लोग हुए घायल
Mahoba News: कबरई क्षेत्र में नेशनल हाईवे 86 पर ट्रक की चपेट में आने से ई-रिक्शा में सवार 8 छात्राओं समेत 9 लोग घायल हो गए।;
Mahoba News: महोबा जिले के कबरई क्षेत्र में नेशनल हाईवे 86 पर ट्रक की चपेट में आने से ई-रिक्शा में सवार 8 छात्राओं समेत 9 लोग घायल हो गए। सभी छात्राएं ई-रिक्शा में सवार होकर कॉलेज से अपने गांव जा रही थीं, तभी यह दर्दनाक हादसा हुआ। सभी घायल छात्राएं एक ही गांव की रहने वाली हैं। घायल छात्राओं में पांच की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। जहां इमरजेंसी वार्ड में उनका इलाज चल रहा है।
इस घटना से छात्राओं के परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं पुलिस ने आरोपी ट्रक समेत चालक को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। दरअसल, आपको बता दें कि घटना कबरई थाना नगर क्षेत्र की है। बताया जाता है कि नगर में संचालित बद्री सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली आठ छात्राएं ई-रिक्शा में सवार होकर अपने गांव मकरबई जा रही थीं, तभी एनएचएआई-86 पर बांदा चौराहे के पास ट्रक ने ई-रिक्शा में टक्कर मार दी, जिससे ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट गया। इसमें सवार सभी लोग घायल हो गए। हादसे से छात्राओं में चीख पुकार मच गई।
हादसा होते ही आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। छात्राओं को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कबरई ले जाया गया, जहां सभी घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया। इनमें पांच की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है। बताया जाता है कि घायलों में पिंकी, मोहिनी, खुशी, रोहिणी, अंजलि, सोमैया और 18 वर्षीय ई-रिक्शा चालक पप्पू घायल हैं। घायल पिंकी का कहना है कि अचानक खड़े ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी और हादसा हो गया। जिसमें चालक समेत सभी छात्राएं घायल हो गईं।
स्थानीय ग्रामीण हरी सिंह का कहना है कि ट्रक चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। आठ छात्राएं घायल हैं, ई-रिक्शा चालक भी घायल है। पुलिस आरोपी ट्रक चालक को गिरफ्तार कर कार्रवाई कर रही है। घायलों के संबंध में जिला अस्पताल के डॉक्टर रोहित सोनकर ने बताया कि सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसमें एक छात्रा की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, बाकी का प्राथमिक उपचार कर इलाज किया जा रहा है।