Mahoba News: UPPCS परीक्षा में खाकी की दरियादिली ने जीता दिल, 20 किमी दूर गलत सेंटर में पहुंचे छात्र को अपने वाहन से पहुंचाया परीक्षा केंद्र
Mahoba News: पुलिस ने अभ्यर्थी की मदद की और उसे पुलिस वाहन से 20 किलोमीटर दूर उसके केंद्र तक पहुंचाया गया, तब जाकर वह परीक्षा दे सका। अभ्यर्थी की मदद कर पुलिस ने न सिर्फ अपना फर्ज निभाया बल्कि एक युवक का भविष्य भी बचा लिया।
Mahoba News: महोबा में लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही। इस दौरान बाहरी जिलों से आने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन और पुलिस पूरी मुस्तैदी से जुटे नजर आए। इस दौरान एक परीक्षार्थी दो परीक्षा केंद्रों का नाम एक ही होने के कारण गलती से दूसरे परीक्षा केंद्र पर चला गया।
इस बीच पुलिस ने अभ्यर्थी की मदद की और उसे पुलिस वाहन से 20 किलोमीटर दूर उसके केंद्र तक पहुंचाया गया, तब जाकर वह परीक्षा दे सका। अभ्यर्थी की मदद कर पुलिस ने न सिर्फ अपना फर्ज निभाया बल्कि एक युवक का भविष्य भी बचा लिया। आपको बता दें कि लोक सेवा आयोग द्वारा आज यूपी पीसीएस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। महोबा जिले में पहली बार परीक्षा हो रही है, इसलिए प्रशासन परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। जिले में 10 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें हजारों की संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे हैं। बताया जाता है कि महोबा में 4128 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है।
परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष कराने के उद्देश्य से प्रशासनिक अमला भी लगा हुआ नजर आया। साथ ही इन अभ्यर्थियों की मदद के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हेल्पडेस्क बनाए गए थे, जो अभ्यर्थियों के लिए काफी मददगार साबित हुए। वहीं पुलिस की दरियादिली भी देखने को मिली। बताया जाता है कि झांसी निवासी ध्रुवराज बुंदेला परीक्षा देने महोबा जिले में आया था। महोबा जिले में जीजीआईसी नाम से दो परीक्षा केंद्र होने से वह भ्रमित हो गया और अपने परीक्षा केंद्र से 20 किलोमीटर दूर चरखारी के जीजीआईसी में पहुंच गया और अंदर जाने का प्रयास किया तो उसे पता चला कि यह केंद्र उसका नहीं है।
यह सुनकर अभ्यर्थी के होश उड़ गए और समय बीतता देख वह घबरा गया, लेकिन गनीमत रही कि वहां मौजूद महोबकंठ थाना क्षेत्र की पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए न सिर्फ छात्र की समस्या का समाधान किया, बल्कि उसे पुलिस वाहन से 20 किलोमीटर दूर मुख्यालय के जीआईसी परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया और समय से परीक्षा केंद्र में प्रवेश भी कराया। पुलिस की इस दरियादिली ने जहां छात्र का दिल जीत लिया, वहीं पुलिस ने अपनी ड्यूटी के साथ-साथ एक युवक का भविष्य भी बचा लिया, जो चर्चा का विषय बन गया है।
सब इंस्पेक्टर नरेश चंद्र निगम का कहना है कि दो परीक्षा केंद्रों का नाम एक ही होने के कारण छात्र गलत परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया। इसकी जानकारी जब पुलिस को हुई तो पुलिस ने उसे अपने वाहन से मुख्यालय के सही परीक्षा केंद्र जीजीआईसी पहुंचाया। उधर, महोबा में सभी 10 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है।