Mahoba News: बैंक और साहूकारों के कर्ज से सदमे में आए किसान की अटैक से मौत, कर्ज और अच्छी उपज न होने से परेशान था मृतक
Mahoba News: बताया जाता है कि अचानक उसके सीने में दर्द उठने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कबरई ले गए जहां चिकित्सक ने उसकी गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
Mahoba News: महोबा में बैंक और साहूकारों के कर्ज से परेशान एक अधेड़ किसान की सदमे से मौत हो गई। किसान खेत में खराब पैदावार से भी परेशान चल रहा था। किसान की मौत से उसके परिवार में मातम छा गया, वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस में रखवाकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला कबरई थाना क्षेत्र के पिडारी गांव का है। जहां कर्ज और खराब पैदावार के चलते 55 वर्षीय किसान रामसजीवन की सदमे से मौत हो गई। मृतक किसान की बेटी दीपिका बताती है कि उसके पिता 11 बीघा कृषि भूमि के काश्तकार थे। उन्होंने बैंक की केसीसी से चार लाख और साहूकारों से करीब तीन लाख का कर्ज लिया था।
इस कर्ज को चुकाने की चिंता पिता को सताती रहती थी, इसलिए उन्होंने अपने खेत का आधा हिस्सा गिरवी रख दिया था, जबकि आधी जमीन पर वह खुद खेती कर रहे थे। लेकिन इस साल भी पैदावार अच्छी नहीं हुई, जिससे किसान निराश और चिंतित रहने लगा। परिजनों का कहना है कि कर्ज लेकर उसने अपनी बेटी की शादी भी कर दी थी और बचे हुए पैसों से खेतीबाड़ी का काम कर रहा था। लेकिन लिया गया कर्ज किसान के लिए मुसीबत बन गया। वह अक्सर घर पर इस कर्ज की अदायगी को लेकर चर्चा करता था, लेकिन अच्छी फसल न होने के कारण वह अपना कर्ज नहीं चुका पा रहा था। जिसके कारण कर्ज का बढ़ता ब्याज उसके लिए मौत का कारण बन गया।
बताया जाता है कि अचानक उसके सीने में दर्द उठने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कबरई ले गए जहां चिकित्सक ने उसकी गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। किसान की मौत से उसके परिवार में कोहराम मच गया। लिए गए कर्ज की अदायगी और फसल बर्बाद होने से बर्बाद हुए किसान की मौत से परिवार सदमे में है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।