Mahoba News: विस्फोटक माफिया सिंडिकेट ने खनन उद्योग को किया प्रभावित, कारोबारियों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
Mahoba News: महोबा जिले में खनन उद्योग को एक नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खनन कारोबारी विस्फोटक माफिया सिंडिकेट की गतिविधियों से परेशान हैं। आरोप है कि मैग्जीन विस्फोटक संचालकों ने जानबूझकर विस्फोटक सामग्री की कीमतों में भारी वृद्धि कर दी है।;
Mahoba News:उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में खनन उद्योग को एक नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां के खनन कारोबारी विस्फोटक माफिया सिंडिकेट की गतिविधियों से परेशान हैं। इन व्यापारियों का आरोप है कि मैग्जीन विस्फोटक संचालकों ने जानबूझकर विस्फोटक सामग्री की कीमतों में भारी वृद्धि कर दी है। खासतौर पर अमोनियम नाइट्रेट, ईडी और सेल की कीमतों में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है, जिससे उनका खनन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। खनन कारोबारियों का कहना है कि इस वृद्धि ने उनके लिए आर्थिक संकट उत्पन्न कर दिया है, और अब वे अपना व्यवसाय चलाने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
इस मुद्दे को लेकर महोबा के खनन कारोबारी एकजुट हो गए हैं। उन्होंने खनन उद्योग कल्याण समिति के संरक्षक रामकिशोर सिंह की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल के रूप में जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल ने विस्फोटक माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि विस्फोटक सामग्री को निर्धारित रेट पर व्यापारियों को उपलब्ध कराया जाए, ताकि उनका व्यवसाय फिर से सुचारू रूप से चल सके।
व्यापारी नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनके मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे महोबा जिले के सबसे बड़े खनिज राजस्व उत्पादक क्रेशर मंडी को पूरी तरह बंद करने का फैसला करेंगे। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो यह खनन उद्योग और पहाड़ खनन का कारोबार पूरी तरह ठप हो जाएगा। इस क्षेत्र की कबरई पत्थर मंडी को पूरे उत्तर प्रदेश में अपनी खनिज राजस्व में अहम स्थान प्राप्त है, और व्यापारियों का कहना है कि इस उद्योग के बंद होने से पूरे जिले की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
व्यापारी नेताओं ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया कि वे विस्फोटक माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और व्यापारियों के हित में फैसले लें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई तो वे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अधिकारियों की उपेक्षा और माफिया के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने की मांग करेंगे।