Mahoba News: मासूम बच्ची को अगवा कर अधेड़ ने किया दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार
Mahoba News: घर से 200 मीटर दूरी पर खेल रही मासूम बच्ची को अगवा कर अधेड़ ने दुष्कर्म की वारदात को दिया अंजाम।
Mahoba News: महोबा जनपद के एक गांव में बीती शाम 10 वर्ष की मासूम बच्ची को अगवा कर घर में ले जाकर एक अधेड़ व्यक्ति ने दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है। मासूम के मुंह में कपड़ा लगाकर उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। बच्ची की चीख पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े तब कहीं जाकर उसकी जान बच सकी। हवस के भेड़िए की इस दरिंदगी से लोग हैरत में है। पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया, जबकि पीड़िता को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज और मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है।
दरअसल, आपको बता दें कि ये घिनौनी वारदात बीती शाम जनपद के पनवाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में घटित हुई है। जहां पर 51 वर्ष के अधेड़ व्यक्ति ने 10 साल की मासूम बच्ची को हवस का शिकार बना डाला। पीड़िता के पिता द्वारा दी गई तहरीर में बताया कि शाम के समय उसकी मासूम बच्ची घर से 200 मीटर दूरी पर अन्य बच्चियों के साथ खेल रही थी, तभी इलाके में ही रहने वाला 51 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति ने उसकी पुत्री को ₹100 देने के बहाने बहला फुसला कर अपने साथ कुछ दूरी पर ले गया और फिर गोद में उठाकर अगवाकर अपने मकान में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला।
मुंह में कपड़ा लगा कर की हैवानियत
पिता ने बताया कि पुत्री के शोर मचाने पर उसके मुंह में कपड़ा लगा कर हैवानियत कर डाली। फिर भी पीड़िता ने किसी तरह चीख पुकार मचाई जिसे सुन जब पड़ोसी दौड़े तो पीड़िता हवस के दरिंदें से बचपाई। परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ लिया और डायल 112 को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। खून से लथपथ पीड़िता को लेकर परिजन और ग्रामीण थाने पहुंच गए। जहां लिखित तहरीर देकर आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई। इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। पुलिस ने तत्काल आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। तो वहीं पीड़िता को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल पहुंचाया गया है। जहां उसे भर्ती कर इलाज और मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है।
इस मामले को लेकर एएसपी वंदना सिंह बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया है, जबकि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर आगे की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।