Mahoba News: पीएम फसल बीमा में सेंधमारी, फर्जी तरीके से 80 हेक्टेयर भूमि पर कराया बीमा, हैरत में किसान

Mahoba News: किसानों के पीएम फसल बीमा में गांव के ही एक व्यक्ति ने साजिश के तहत सेंधमारी कर दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब किसान फसल बीमा को लेकर स्थानीय किसान सेवा केंद्र (सीएससी) में बीमा कराने पहुंचे।

Report :  Imran Khan
Update: 2024-07-13 10:31 GMT

डीएम ऑफिस पर प्रदर्शन करते किसान (Pic: Newstrack)

Mahoba News: बुंदेलखंड के महोबा में एक शातिर शख्स ने गांव के तीन दर्जन किसानों के प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सेंधमारी कर दी। तकरीबन 80 हेक्टेयर कृषि भूमि में अपने परिजनों और मित्रों को फर्जी बटाईदार दिखाकर प्रधानमंत्री फसल बीमा करा डाला। जब ग्रामीणों को इसका पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इकट्ठा हुए किसानों ने डीएम से लिखित शिकायत की। वहीं विधायक से न्याय की गुहार लगाई है। जिस पर जांच के लिए भी विधायक ने डीएम को पत्र लिखा है।

डीएम से की शिकायत

आपका बता दें, कि यह मामला चरखारी कोतवाली क्षेत्र के गोपालपुरा गांव का है। जहां भोले-भाले किसानों के प्रधानमंत्री फसल बीमा में गांव के ही एक व्यक्ति ने साजिश के तहत सेंधमारी की है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब किसान अपनी फसल बीमा को लेकर स्थानीय किसान सेवा केंद्र (सीएससी) में बीमा कराने पहुंचे। उनका बीमा पूर्व में ही दर्ज मिले है। ये देख किसान हैरत में पड़ गए। ऐसे एक दो नहीं बल्कि तीन दर्जन से अधिक किसानों के साथ होना बताया जा रहा है। ऐसे में किसानों ने आपबीती थाने में लिखित देकर एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा। वहीं कलेक्ट्रेट में पहुंचकर डीएम से भी लिखित शिकायत की है।

डीएम ने दिया जांच के आदेश 

यहीं नही किसानों ने चरखारी विधायक ब्रजभूषण राजपूत के आवास पहुंचकर हुई ठगी मामले में न्याय की गुहार लगाई। किसानों ने दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि बीमा घोटाला में एक ही गांव के वीरपाल सिंह, वीर सिंह, देवेन्द्र कुमार, नरेन्द्र सिंह, मान सिंह, रघुवर, देवी सिंह, रमेश, कमला सहित तीन दर्जन किसान जालसाजी का शिकार बने है। किसानों ने बताया कि जब वह स्थानीय सीएससी बीमा कराने पहुंचे तो उनकी कृषि भूमि की गाटा संख्या पर सभी के बीमा पूर्व से होना दर्ज पाए जाने पर किसानों के हाथ पैर फूल गए। किसानो ने फसल का बीमा नही कराया फिर भी इनका बीमा अपडेट मिलने पर सभी दंग है। इस फर्जीवाड़े की तहरीर पीड़ित किसानों ने थाने में भी दी है।  किसानों ने बताया कि उनके फसल बीमा में किसी अन्य के बैंक खाते लगे है और ये बीमा निरस्त भी नही हो रहे है। जिसके चलते उनके नए बीमा होना भी संभव नहीं हो पा रहा है। इस मामले में डीएम ने जिला कृषि अधिकारी को जांच के निर्देश दिए है।

किसानों ने चरखारी विधायक आवास पर पहुंचकर विधायक प्रतिनिधि उदित राजपूत को पत्र सौंप न्याय की गुहार लगायी है। जिस पर चरखारी विधायक डॉ० राजपूत से वार्ता करते हुए उनके प्रतिनिधि ने जिलाधिकारी को पत्र भेजते हुए ठगों की जांच कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। किसानों ने बताया कि गांव के ही नरेश व अनिल ने अपने परिवारीजनों, रिश्तेदारों और मित्रों को बटाईदार के रूप दर्ज कराते हुए बीमा कराया है तथा अपने खाता लगाए गए हैं। बीमा के नाम हुई ठगी का यह पहला मामला गोपालपुरा गांव से प्रकाश में आया है मगर जांच में ऐसे कई और मामले सामने आ सकते है। जिससे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हो रहा घोटाला उजागर होगा। इस घोटाले में बीमा कम्पनी के कुछ ऐजेंटों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। इस बावत पूंछे जाने पर जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि फिलहाल वह अवकाश पर हैं और जांच होने पर सभी परते खुल जाएंगी। वहीं विधायक प्रतिनिधि उदित राजपूत ने बताया कि इस बाबत विधायक से बात कर लिखित पत्र डीएम को भेजा गया है जिसमे जांच और कार्यवाही की मांग की गई है। किसानो के साथ हो रही जालसाजी और छल के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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