Mahoba News: मानसून की पहली बारिश में जलमग्न हुआ गांव, गरीबों के कच्चे मकान गिरे, जनजीवन बेहाल

Mahoba News: उत्तर प्रदेश के महोबा में मानसून की पहली बारिश गरीब लोगों के लिए मुसीबत बन गई। आफत की बारिश में जगह-जगह जलभराव की समस्या के साथ-साथ चरखारी तहसील का एक गांव जलमग्न हो गया। आठ घंटे की मूसलाधार बारिश से गांव के तकरीबन 40 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।

Update:2023-06-22 20:22 IST

Mahoba News: उत्तर प्रदेश के महोबा में मानसून की पहली बारिश गरीब लोगों के लिए मुसीबत बन गई। आफत की बारिश में जगह-जगह जलभराव की समस्या के साथ-साथ चरखारी तहसील का एक गांव जलमग्न हो गया। आठ घंटे की मूसलाधार बारिश से गांव के तकरीबन 40 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। मकान गिरने का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। गांव के जलमग्न होने की सूचना मिलते ही एसडीएम सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बारिश के पानी की निकासी के लिए जेसीबी से काम किया जा रहा है। वहीं सूचना पाकर सिंचाई विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे हैं।

महोबा में बीती रात से शुरू हुई बारिश सुबह तक चली

दरअसल, आपको बता दें कि भीषण गर्मी के बीच मानसून की दस्तक हुई है और महोबा में मूसलाधार बारिश हुई। रात 11 बजे से शुरू हुई बारिश सुबह 7 बजे तक लगातार चलती रही। इस आफत की बारिश से आम लोगों की दिनचर्या पर खासा असर पड़ा। वही चरखारी तहसील के ग्राम बम्होरी बेलदरान में बारिश की आफत देखने को मिली। बम्होरी बेलदरान गांव में जल निकासी के बेहतर प्रबंध ना होने के चलते बारिश के पानी का खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ा है। गांव के दर्जनों मकान भरभरा कर गिर पड़े। मकान गिरते ही लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कच्चे मकानों के गिरने का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त

मकानों के गिरने से ग्रामीणों में त्राहिमाम मचा हुआ है। घरों में पानी भरने से ग्रामीण परेशान हो गए हैं। बताया जाता है कि डाल नहर का पुल छोटा होने के कारण गांव में पानी भर गया और देखते ही देखते पूरा गांव जलमग्न हो गया। पहली ही बारिश में प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई और सबसे अधिक नुकसान गरीबों को झेलना पड़ा। गांव में रहने वाला हल्के कुशवाहा सहित अन्य लोग बताते हैं कि उनके कच्चे मकान बारिश के चलते प्रभावित हुए और मकानों के गिरने से घर में रखा घरेलू सामग्री बर्बाद हो गया। अनाज, कपड़े, घरेलू उपयोग का सामान मिलाकर लाखों रुपए का नुकसान ग्रामीणों का हुआ। गरीब हताश परेशान हैं।

सूचना पर एसडीएम चरखारी श्वेता पांडे, सिंचाई विभाग के एसडीओ ओपी यादव सहित अन्य अधिकारी पहुंचे और नहर के माध्यम से गांव का पानी निकालने के लिए जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है। ग्रामीण इस बात से हताश परेशान हैं कि उनका लाखों का नुकसान हुआ। ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से जिला आपदा राहत के जरिए मदद की गुहार लगाई है ताकि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई हो सके। मकानों के गिरने से कई परिवार बेघर हो गए, जिनके रहने के लिए छत भी नहीं है।

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