SP Office Demolish: मुलायम के गढ़ मैनपुरी में सपा कार्यालय पर चला बुलडोजर, अब बनेगा मॉल
SP Office Demolish: कार्यालय गिराए जाने के बाद मैनपुरी समेत पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार की आलोचना की है।
SP Office Demolish: योगी सरकार में बुलडोजर जमकर चल रहा है, लेकिन किसी पार्टी के कार्यालय पर यह शायद पहली बार गरजा है. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गढ़ मैनपुरी में जिला पंचायत की जमीन पर बने सपा के नगर कार्यालय को बुलडोजर से ढहा दिया गया है. कार्यालय गिराए जाने के बाद मैनपुरी समेत पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार की आलोचना की है. वहीं मैनपुरी के जिला अध्यक्ष ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाने की भी बात कही है. हालांकि सरकार की ओर से कार्यालय का आवंटन रद्द किए जाने पर भी सपा नेताओं ने हाईकोर्ट का रुख किया था लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली थी.
9 सितम्बर को जारी हुआ था नोटिस
बता दें 9 सितंबर को सपा जिला अध्यक्ष को नोटिस दी गई थी कि तीन दिन के भीतर कार्यालय को खाली कर दीजिए. जब कार्यालय नहीं खाली किया गया तो जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस की मदद से 12 सितंबर को इसे खाली कराया गया. गुरुवार दोपहर (29 सितम्बर) को स्थानीय प्रशासन बुलडोजर लेकर पहुंचा और पूरे कार्यालय को जमींदोज कर दिया. अब इसके मलबे की नीलामी कराकर इसे जल्द से जल्द वहां से हटाने की प्रक्रिया की जा रही है.
ज़मीन पर बनेगा मॉल
सपा का नगर कार्यालय गिराए जाने के बाद अब जिला पंचायत की ओर से यह कहा गया है वह शहरवासियों के लिए यहां एक मॉल बनाएंगे. जिसका कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. जिला पंचायत के अधिकारियों के मुताबिक सरकार के यहां पंजीकृत नामी कंपनियों की मॉल बनाने में मदद ली जाएगी. इससे पहले मलवा की सफाई होने के बाद यह कंपनियां सर्वे करेंगी और नक्शा तैयार किया जाएगा. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. वही मैनपुरी के सपा जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने कार्यालय के लिए जिला पंचायत से 99 साल का पट्टा लिया था. अगस्त 2022 तक पार्टी ने इसका किराया भी दिया था. इस मामले को लेकर अब वह हाई कोर्ट में एक रिट दाखिल करेंगे और अपना पक्ष रखेंगे.
सरकार ने रद्द किया था आवंटन
गौरतलब है की सालों पहले से समाजवादी पार्टी को जिला पंचायत की ओर से कार्यालय के लिए यह जमीन लीज पर आवंटित की गई थी. लेकिन बीते दिनों शासन ने इस आवंटन को रद्द कर दिया और इन्हें नोटिस देकर सपा कार्यालय को खाली करने के निर्देश दिए थे. आवंटन रद्द होने के खिलाफ समाजवादी पार्टी हाई कोर्ट भी पहुंची थी लेकिन उन्हें वहां से कोई राहत नहीं मिली. जिसके बाद गुरुवार 29 सितंबर को सपा कार्यालय को ढहा दिया गया।