डॉक्टर्स की लापरवाही ने ले ली घायल की जान, गुस्साए परिजनों ने सुपरिटेंडेंट को जमकर धुना

Update:2017-03-22 11:06 IST

रामपुर: जिला रामपुर में चिकित्साधीक्षक की लापरवाही के कारण घायल को मृत घोषित कर चार घंटे तक स्ट्रेचर पर ही छोड़ दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस पर गुस्साए परिजनों ने चिकित्साधीक्षक को जमकर पीटा।

कब और कहां की है घटना

-जिले की तहसील मिलक के जिला स्वास्थ्य केंद्र पर उस समय बवाल हुआ, जब एक व्यक्ति धर्मेंद्र शर्मा का एक्सीडेंट क्षेत्र के क्यूरार गांव के बाईपास पर हुआ।

-जहां से उसे एम्बुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।

-स्वास्थ्य केंद्र पहुचने के बाद वहां मौजूद सुपरिटेंडेंट ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया।

-मौके पर पहुंची पुलिस ने चार घंटे बाद मृतक धर्मेंद्र शर्मा के शव को पीएम के लिए भेजने के लिए पंचनामा भरने लगे।

बॉडी में थी जान

-मृत घायल व्यक्ति की पत्नी उसके ऊपर सिर रखकर रोने लगी। तभी अचानक उससे बॉडी में धड़कन सुनाई दी और बॉडी में मूवमेंट भी हुई।

-जिससे गुस्साए परिजनों ने सीएचसी चिकित्साधीक्षक डॉ. दशरथ की जमकर पिटाई लगा दी और स्वाथ्य केंद्र के कर्मचारियों से भी परिवार वालों की हाथापाई हो गई।

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नहीं किया गया अधिकारियों को सूचित

-हंगामे की सूचना केंद्र के किसी भी कर्मचारी ने अपने अधिकारी को नहीं दी।

-मामला गर्म होते देख मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने अपने आलाधिकारियों को फोन कर अवगत कराया। तब मामला संज्ञान में आया।

-लेकिन जब तक परिवारवाले घायल को बरेली ले गए, तब तक वहां हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने एक घंटे पहले लेकर आने की बात कह कर मृत घोषित कर दिया।

-जिस पर परिजन मृत को अपने घर ले आए।

क्या है अधिकारियों का कहना

-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों और सुपरिटेंडेंट की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है।

-मौके पर पहुंचे एसडीएम का कहना है कि उन्हें इस मामले से पहले अवगत नहीं कराया गया था।

-मामले की जांच करके जो भी साक्ष्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से कार्यवाही की जायेगी।

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-वहीं कोतवाल आरके कौल का कहना है कि उनको स्वास्थ्य विभाग ने मृत घोषित करके जो फॉर्म दिया।

-उसके हिसाब से पुलिस ने ऑनलाइन मुकदमा दर्ज कर लिया था।

-सीओ मिलक के मुताबिक दोनों ओर से आरोपियों के लिए विधिक कार्रवाई की जायेगी।

यह है केंद्र कर्मचारियों का कहना

-वहीं केंद्र कर्मचारियों का कहना है कि जब घायल यहां आया था, तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी।

-कर्मचारी सुपरिटेंडेंट की पिटाई से काफी नाराज नजर आए और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमकर नारेबाजी की।

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