Lucknow: लखनऊ में दर्दनाक घटना, टैक्स बकाए से सदमे में था अधेड़, निगम में नहीं बनी बात तो छत से लगाई छलांग
Lucknow News: टैक्स बकाए के विवाद में अधेड़ ने नगर निगम कार्यालय के प्रथम तल से लगाई छलांग। आत्महत्या के प्रयास में हुआ गंभीर रूप से घायल। निगम में मचा हड़कंप।
Lucknow News: यूपी की राजधानी लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र के राम नगर में रहने वाले एक अधेड़ के घर शुक्रवार (02 दिसंबर) सुबह हाउस टैक्स की बकायेदारी के लिए टीम पहुंची। हाउस टैक्स की टीम ने अधेड़ की दो दुकानों पर सीलिंग की कार्रवाई की और चलते बने। इस कार्रवाई की जानकारी होने पर अधेड़ अपने भाई संग नगर निगम ऑफिस पहुंच दो माह पूर्व दो लाख रुपए जमा करने की बात कह, दुकान से सीलिंग हटाने की गुहार लगाई। मगर, बात न बनी। नाराज शख्स ने नगर निगम के प्रथम तल से छलांग लगा दी।
इस घटना में व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जब इसकी जानकारी नगर निगम कर्मियों को लगी तो के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में इलाज के लिए एम्बुलेंस से लोकबंधु अस्पताल भिजवाया। जहां घायल शख्स का इलाज चल रहा है।
क्या है मामला?
आलमबाग नगर निगम जोन- 5 के रामनगर में संतराम विश्वकर्मा पुत्र जगन्नाथ अपनी पत्नी और परिवार के साथ रहता है। उसके घर में दो दुकानें संचालित होती है। पीड़ित परिजनों के मुताबिक, नगर निगम में उनका हाउस टैक्स पांच लाख रुपए बकाया है। दीपावली के पूर्व बकाया टैक्स का दो लाख रुपए निगम में जमा किया गया था। जिसकी रशीद उनके पास है। शुक्रवार सुबह नगर निगम की टीम ने बिना उन्हें कोई पूर्व सूचना दिए उनके दोनों दुकानों को सील कर चली गई। जब दुकान खोलने संतराम गए, तो सील देख हक्का- बक्का रह गए। जमा की गई धनराशि की रसीद लेकर वो निगम दफ्तर पहुंचे। उनके साथ छोटा भाई संतदीन भी था।
...नहीं तो दुकान नीलाम कर देंगे
घायल के भाई के मुताबिक, नगर निगम में जोनल अधिकारी ने कहा था कि जब तक पूरा पैसा जमा नहीं करोगे तुम्हारी दुकान नहीं खुलेगी। दुकान नीलाम कर पैसा वसूल लेंगे। जिससे उनका भाई सदमे में आ गया और नगर निगम की छत से छलांग लड़ा दी। घायल का लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कर इलाज चल रहा है। वहीं, इस घटना के बाद नगर निगम अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और घायल के दुकान के सील खोलवा दिया गया।
अधिकारी बोले- नहीं हुई कार्रवाई
वहीं, नगर निगम जोन- 5 जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव का कहना है कि, 'संतराम के मकान पर 10 लाख रुपए का टैक्स बकाया है। पैसा वसूली के लिए संतराम के घर गए थे। क्षेत्र के आरआई सीलिंग की कोई कार्रवाई नहीं की गयी थी।'