Krishna Janmabhoomi: ज्ञानवापी के बाद मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि सर्वे की उठी मांग, जानें सांसद हेमा मालिनी ने क्या कहा

ASI Survey Krishna Janmabhoomi: इस मथुरा की बीजेपी सांसद हेमा मालिनी का बड़ा बयान आया है। फिल्म अभिनेत्री से राजनेता बनीं हेमा मालिनी इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वे होना ही चाहिए।

Update:2023-08-03 15:24 IST
ASI Survey of Krishna Janmabhoomi (photo: social media )

ASI Survey Krishna Janmabhoomi: इलाहाबाद हाईकोर्ट से ज्ञानवापी मामले पर आज बड़ा फैसला आया है। उच्च न्यायालय ने मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के उस याचिका को रद्द कर दिया है, जिसमें वाराणसी कोर्ट के एएसआई सर्वे कराने के आदेश को चुनौती दी गई है। यानी अब एकबार फिर ज्ञानवापी परिसर के ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) सर्वे का रास्ता साफ हो गया है। इस फैसले को लेकर हिंदू पक्ष में जहां हर्ष है, वहीं मुस्लिम पक्ष अब इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है।

इस मथुरा की बीजेपी सांसद हेमा मालिनी का बड़ा बयान आया है। फिल्म अभिनेत्री से राजनेता बनीं हेमा मालिनी इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वे होना ही चाहिए। इसका फैसला जल्द से जल्द होना चाहिए, पूरे देश के लिए यह अच्छा है। इसके साथ ही उन्होंने मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि का वर्षों पुराना मुद्दा भी उठा दिया। स्थानीय बीजेपी सांसद ने कहा कि कृष्ण जन्मभूमि का भी सर्वे होना चाहिए।

हेमा मालिनी ने कहा कि इस पर भी फैसला जल्द से जल्द आना चाहिए अन्यथा बातचीत होती रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर अंतिम निर्णय जल्द आ जाता है तो यह देश के लिए अच्छा होगा। दरअसल, अयोध्या, काशी के बाद मथुरा तीसरा स्थान है, जहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग जमीन के विवादित टुकड़े को लेकर आमने-सामने हैं। मथुरा का श्री कृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा भी सालों से कोर्ट-कचहरी में फंसा हुआ है और यह मामला रह-रहकर जोर पकड़ते रहता है।

ज्ञानवापी में सर्वे शुरू करने का आदेश

इलाहाबाद हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की एकल पीठ ने बहुचर्चित ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे पर अपना फैसला सुनाया। अदालत ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा है कि न्याय के लिए सर्वे जरूरी है। कुछ शर्तों के साथ इसे लागू करने की जरूरत है। सर्वे करिए, लेकिन बिना खुदाई किए। इस फैसले के बाद एएसआई की टीम और वाराणसी के डीएम एस. राजलिंगम के बीच मीटिंग हुई। जिसमें सर्वे का काम कल यानी शुक्रवार से दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया।

इससे पहले 24 जुलाई को भी एएसआई की टीम ने सर्वे का काम शुरू किया था। लेकिन कुछ घंटे बाद ही मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे कार्य पर रोक लगा दी थी। अब एकबार फिर एएसआई जहां कल से सर्वे का काम शुरू करेगी, वहीं मुस्लिम पक्ष फिर से इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है।

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