Mathura: अतिक्रमण के चलते नगर निगम की 12 मीटर सड़क हुई गायब, बुलडोजर चलने पर लोगों ने किया विरोध
Mathura: नगर निगम मथुरा वृंदावन के अभिलेखों में 16 मीटर दर्ज सड़क सिर्फ साढ़े चार मीटर तक ही सिकुड़ कर रह गई है। वहीं, जब सड़क खोजने गई नगर निगम की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है।
Mathura: यमुना किनारे थाना कोतवाली इलाके के बंगाली घाट क्षेत्र (Bengali Ghat region) में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया, जहां नगर निगम मथुरा वृंदावन (Municipal Corporation Mathura Vrindavan) के अभिलेखों में 16 मीटर दर्ज सड़क सिर्फ साढ़े चार मीटर तक ही सिकुड़ कर रह गई है। 12 मीटर से अधिक की सड़क को अब नगर निगम के अधिकारी ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सड़क खोजने गई नगर निगम की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है, लेकिन बाबा बुलडोजर मौके पर है जो खोई हुई सड़क को खोजने में जुटा हुआ है ।
दरअसल बाबा बुलडोजर की यह कार्यवाही थाना कोतवाली इलाके (Thana Kotwali area) के घनी आबादी वाले क्षेत्र बंगाली घाट की है। पर्यटन पौराणिक व धार्मिक दृष्टि से यह क्षेत्र अति महत्वपूर्ण है। जिला प्रशासन भी सरकार की मंशा के अनुरूप यमुना किनारे के इस स्थान को विकसित करना चाहता है, लेकिन अतिक्रमणकारियों की वजह से प्रशासन को यहां काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते अब यहां बाबा बुलडोजर बुलाया गया है।
अवैध अतिक्रमण के चलते सड़क सिर्फ साढ़े चार मीटर रही
स्थानीय लोग विकास की जगह प्रशासन की कार्रवाई में रोड़ा अटका रहे हैं, क्योंकि नगर निगम पुराने अभिलेख खंगाल रहा है और पुराने अभिलेखों में बंगाली घाट क्षेत्र (Bengali Ghat region) की यह सड़क 16 मीटर की थी लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण के चलते वर्तमान में मौके पर सड़क सिर्फ साढ़े चार मीटर की सिमट कर रह गई है। बाकी 12 मीटर के करीब की सड़क पर लोग पक्का कब्जा चबूतरा बनाकर अब प्रशासन का विरोध करने में जुटे हुए है।
अवैध अतिक्रमण पर चला बुलडोजर
लोगों के विरोध के चलते एसडीएम (SDM) व मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण (Mathura Vrindavan Development Authority) के सचिव भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा बुझाकर अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से हटवाना शुरू किया l उधर लोगों की दलील है कि पहले की बनी हुई नालियां ही साल साल भर से साफ नहीं हुई। ऐसे में प्रशासन नाले बनाने के लिए ध्वस्तीकरण करा रहा है जो गलत है।
इसे में अब देखना होगा कि बाबा बुलडोजर होने के बाद भी प्रशासन अपनी लापता साढ़े 12 मीटर की सड़क को निकलवा पाता है या नहीं या फिर नाली की जगह नाला बनाकर ही संतोष करता है।