Mayawati News: बसपा में हलचल तेज, अब उत्तराधिकारी को लेकर मायवती ने रख दी है ये शर्तें

Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी में के उत्तराधिकारी को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसके लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कुछ शर्तें रख दी हैं।;

Update:2025-02-16 14:36 IST

Mayawati on BSP Uttradhikari

Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी में हलचल तेज हो गई है। कांशी राम द्वारा स्थापित इस राजनीतिक दल के उत्तराधिकारी को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने शर्तें रख दी है। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए सबको चौंका दिया है। उन्होंने बसपा उत्तराधिकारी को लेकर एक के बाद एक पांच पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने निम्न बातें कही है।

मायावती की इन पांच शर्तों के बाद आकाश आनंद के उत्तराधिकारी को लेकर सवाल उठने लगा है। बताया जा रहा है कि आकाश आनंद को इस रेस से पीछे रखा जा सकता है। हालांकि मायावती के भतीजे आकाश आनंद को ही बसपा का उत्तराधिकारी समझा जा रहा है। वह बसपा के लिए राजनीति में काफी सक्रिय हैं। वहीं बसपा सुप्रीमों के शर्तों ने फिर से आकाश के उत्तराधिकारी को लेकर संदेह पैदा कर दिया है।

ये है मायावती की पांच शर्तें

1. बीएसपी, देश में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावादी आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के कारवाँ को सत्ता तक पहुँचाने हेतु, मान्यवर श्री कांशीराम जी द्वारा सब कुछ त्यागकर स्थापित की गई पार्टी व मूवमेन्ट, जिसमें स्वार्थ, रिश्ते-नाते आदि महत्वहीन अर्थात बहुजन-हित सर्वोपरि है।

2. इसी क्रम में मान्यवर श्री कांशीराम जी की शिष्या व उत्तराधिकारी होने के नाते उनके पदचिन्हों पर चलते हुए मैं भी अपनी आखिरी सांस तक हर कुर्बानी देेकर संघर्ष जारी रखूंगी ताकि बहुजन समाज के लोग राजनीतिक गुलामी व सामाजिक लाचारी के जीवन से मुक्त होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

3. अतः मान्यवर श्री कांशीराम जी की तरह ही मेरे जीतेजी भी पार्टी व मूवमेन्ट का कोई भी वास्तविक उत्तराधिकारी तभी जब वह भी, श्री कांशीराम जी के अन्तिम सांस तक उनकी शिष्या की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट को हर दुःख-तकलीफ उठाकर, उसे आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे।

4. साथ ही, देश भर में बीएसपी के छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी प्रमुख द्वारा निर्देश, निर्धारित अनुशासन एवं दायित्व के प्रति पूरी निष्ठा व ईमानदारी से जवाबदेह होकर पूरे तन, मन, धन से लगातार काम करते रहना ज़रूरी है।

5. इसी ज़िम्मेदारी के साथ ख़ासकर कैडर के बल पर, ज़मीनी स्तर पर पार्टी संगठन की मज़बूती व सर्वसमाज में जनाधार को बढ़ाने के साथ ही आगे भी हर चुनाव की तैयारी में पूरी दमदारी के साथ लगना है ताकि बहुजन समाज की एकमात्र आशा की किरण बीएसपी को अपेक्षित व प्रतीक्षित सफलता मिल सके।

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