लखनऊः दयाशंकर की चुनौती पर मायावती ने जवाब दिया है। माया ने कहा कि फालतू की चीजों के लिए मेरे पास समय नहीं है। जेल से छूटने के बाद दयाशंकर ने मायावती को अपनी पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ कहीं से भी चुनाव लड़ने की खुली चुनौती दी थी। दयाशंकर ने कहा था कि सामान्य सीट पर मायावती मेरी पत्नी के खिलाफ चुनाव जीत कर दिखाएं।
दयाशंकर के एक विवादित बयान ने मायावती को बीजेपी पर हमला करने का मौका दिया था, लेकिन बसपा के प्रदर्शन और फिर 'गाली कांड' ने एक बार फिर गेंद बीजेपी के पाले में डाल दी। अब बीजेपी दयाशंकर की पत्नी स्वाति के समर्थन में उतरकर माया पर हमले कर रही है। इसी कड़ी में जेल से छूटने के बाद दयाशंकर ने माया को चुनौती दी थी जिसका सोमवार को माया ने जवाब देते हुए कहा कि ऐसी फालतू की चीजों के लिए मेरे पास समय नहीं है।
सवर्ण कार्ड खेलने की तैयारी
-स्वाति के जरिए बीजेपी अब सवर्ण वोटरों को पक्ष में करने की तैयारी कर रही है।
-मायावती के खिलाफ एक संघर्षशील चेहरा भी पार्टी को स्वाति सिंह में दिख गया है।
-दयाशंकर बीते करीब 25 साल से बीजेपी का हिस्सा थे, उनको बाहर करने के बदले स्वाति को पार्टी में जगह देने की मांग उठ रही है।
-इसी गुणा-गणित के तहत स्वाति ने बीजेपी नेतृत्व पर हमला नहीं किया।
इस गणित पर बीजेपी की नजर
-यूपी में सवर्ण वोटर करीब 18 फीसदी हैं।
-इनमें से 8 फीसदी ठाकुर हैं। स्वाति सिंह भी ठाकुर हैं।