बस यात्रियों के लिए अच्छी खबर, अब सफर के दौरान जाम में फंसकर नही होगा समय बरबाद
Meerut News: नए रुटो में यात्रियों को जाम में नही फंसना पड़ेगा। यही नही नए निर्धारित रुट डायरेक्ट स्टेशन टू स्टेशन होंगे और छोटे होंगे।;
UP Roadways Bus (Photo Newstrack)
Meerut News: ७ अप्रैल। दिल्ली-एनसीआर में भीड़ का दबाव कम करने और प्रदूषण में कमी लाने के लिए बसों के लिए नए रूट निर्धारित किए गए है जो सीधे और छोटे होंगे। नए रुटो में यात्रियों को जाम में नही फंसना पड़ेगा। यही नही नए निर्धारित रुट डायरेक्ट स्टेशन टू स्टेशन होंगे और छोटे होंगे। जाहिर है कि इससे छोटे और सीधे रूट के जरिए लोगों का समय कम लगेगा और दिल्ली तथा एनसीआर के शहरों में जाम भी कम लगेगा। मसलन,इस रुट के प्लान के तहत हस्तिनापुर से दिल्ली जाने के लिए जरुरी नही कि मेरठ के अंदर से ही जाना हो। बस सीधे हस्तिनापुर से दिल्ली भी जा सकती है। इसी तरह मेरठ से अलवर के लिए जरुरी नही कि दिल्ली या गाजियाबाद से ही होकर बस अलवर जाए। इसके लिए मेरठ के रास्ते सीधा रूट बनाया गया है। नए रुटों पर बसों का संचालन एनसीआरपीबी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड) की स्वीकृति मिलते ही लागू हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम सूत्रों के अनुसार दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बीच पारस्परिक सामान्य परिवहन करार हुआ है। जिसमें 84 ऐसे नए मार्गों का प्रस्ताव दिया गया है, जिन पर परमिट व मंजूरी लेकर निजी ऑपरेटर और राज्य परिवहन निगम की रोडवेज बसें चल सकेगी। इनमें मेरठ रीजन के बस स्टेशनों को भी एक दर्जन करीब रूटों पर शामिल किया गया है। इन योजना के तहत बसों का संचालन सबसे छोटे, सीधे और जाम मुक्त मार्गों पर किया जाएगा।
इस रूट पर बस चालक न सवारियों को चढ़ाएंगे और न ही उतारेंगे। अधिक लोड फैक्टर वाले रूट के प्रमुख शहरों में ही बस रुकेंगी।
परिवहन निगम सूत्रों के अनुसार करार में मेरठ रीजन के जिन रुटों को शामिल किया गया है उनके नाम हैं, भिवाड़ी- गढ़- हापुड़ -वाया दिल्ली,गढ़- दिल्ली,सोनीपत-बड़ौत ,मेरठ-शामली-बिड़ौली-करनाल ,मेरठ-बागपत-सोनीपत,बुलंदशहर-सोनीपत वाया मेरठ-बागपत,बुलंदशहर-करनाल वाया मेरठ-शामली- बिड़ौली,मेरठ-अलवर वाया दिल्ली-गुरूग्राम,बिनौली-बड़ौत-कश्मीरी गेट-अलवर,बड़ौत-अलवर वाया गुरूग्राम,खैरथल-हस्तिनापुर वाया दिल्ली-मेरठ हैं।
परिवहन निगम को मेरठ क्षेत्र के प्रबन्धक के.के.शर्मा कहते हैं,ऐसा नही है कि इन रूटों पर हमारी बसें संचालित नही हैं। संचालित हैं। लेकिन, अब एनसीआर की प्लानिंग के हिसाब से बसों के रूट बदले जा रहे हैं। क्षेत्रीय प्रबन्धक इस बात से भी इंकार करते हैं कि नए रुटों पर बसों के संचालन होने के बाद पुराने रूट पर भी बसों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। परिवहन निगम अधिकारी के मुताबिक यूपी से हरियाणा के बीच 16 और राजस्थान से यूपी के बीच 7 रूट प्रस्तावित किए गए हैं। यह करार 10 वर्ष के लिए मान्य होगा है, जिसे आपसी सहमति के बाद पांच वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकेगा।