Meerut Nagar Nigam Ward No.29: मेरठ नगर निगम वार्ड 29 के पार्षद पवन चौधरी, जनता के लिए जेल भी जाना पड़ा तो मैं पीछे नहीं हटूंगा

Meerut Nagar Nigam Ward No.29 Parshad: मेरठ नगर निगम वार्ड 29 के पार्षद पवन चौधरी ने कहा कि जनता के लिए जेल भी जाना पड़ा तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।

Report :  Sushil Kumar
Update:2022-10-06 20:01 IST

मेरठ नगर निगम वार्ड 29 के पार्षद पवन चौधरी 

Meerut Nagar Nigam Ward No.29 Parshad: मेरठ नगर निगम में वार्ड -29 के पार्षद पवन चौधरी बताते हैं कि उन्होंने पिछले चुनाव में अपने वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जनता के बीच जाकर अपनी बातों को रखा, स्पष्टवादिता के साथ अपने विजन को बताया। उसे लोगों ने बखूबी पसंद किया। इसका नतीजा है कि तत्कालीन भाजपा,बसपा,सपा आदि पार्टी के दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में शिकस्त दी और खुद जीत का सेहरा अपने सिर पर पहन लिया।

43 वर्षीय पवन चौधरी उन चंद पार्षदों में शामिल हैं जो कि जन हित के लिए अपनी जेब से पैसा खर्च करने में बिल्कुल भी कंजूसी नही करते हैं। अपनी इसी आदत के चलते पवन चौधरी ने क्षेत्र के क्षेत्र के लोंगो की सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी हासिमपुरा का निर्माण कराया। बकौल पवन चौधरी,-इस काम के लिए सरकारी मदद नही मिली तो मैने क्षेत्र के कुछ लोगों से आर्थिक मदद लेकर पुलिस चौकी का निर्माण कराया । इसके लिए 70 फीसदी पैसा मैने अपनी जेब से खर्च किया जबकि बाकी 30 फीसदी इलाके के कुछ लोगों से चंदा लेकर किया।

न्यूजट्रैक से बातचीत में पवन चौधरी अपने क्षेत्र के लिए किये गये विकास कार्यो को एक-एक कर गिनाते हैं। वे कहते हैं,मेरे क्षेत्र में सुभाषनगर नाला पिछले करीब तीस सालों से साफ नही हुआ था,जिसके कारण जरा सी बारिश में क्षेत्र पूरा जलमग्न हो जाता था। 2017 में जब मैं पहली बार पार्षद का चुनाव जीता तो मैने सबसे पहले इसी नाले की सफाई कराने की ठानी। करीब तीन-चार साल के संघर्ष के बाद आखिरकार नाले की सफाई करा कर ही दम लिया।

बता दें कि पवन 30 जनवरी, 2019 में अपने वार्ड में सड़क और नालों के निर्माण की मांग को लेकर निगम की बोर्ड बैठक में अधिकारियों के सामने ही अपनी जेब से केरोसिन की बोतल निकालकर अपने ऊपर उड़ेल कर आत्मदाह का प्रयास तक कर चुके हैं। इसकी वजह पूछे जाने पर पार्षद पवन चौधरी कहते हैं, नगर निगम के अधिकारी सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। पार्षदों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में उन्हें इज्जत बचाने के लिए आत्मदाह की राह पकड़नी पड़ी थी।

करीब 28 हजार की आबादी वाले वार्ड 29 (सुभाष नगर) के पार्षद के अनुसार उनके वार्ड में सीवर लाइन की कमी है,जिसके लिए मैं संघर्ष कर रहा हूं। प्राइमरी स्कूल दो हैं जिनकी हालत ठीक है। पवन चौधरी के अनु्सार उन्होंने अपने क्षेत्र में जहां पर कूड़े के खत्ते होते थे उनको हटवा कर पेड़-पौधे लगवाये हैं। यही नही, कोरोना काल के दौरान डोर-टू-डोर जाकर खुद सैनिटाइजेशन किया। जरुरतमंदों को खाना खिलाया। बीमार को अस्पताल पहुँचाने और उसकी दवा आदि में मदद की।

पवन चौधरी सुबह नौ से 11 बजे तक और शाम छह बजे से आठ बजे तक जनता की समस्याएं सुनते हैं। वें आप अपना रोल मॉडल क्षेत्र की जनता को मानते हैं। पवन चौधरी कहते हैं,जनता के लिए जेल भी जाना पड़ा तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।

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