Meerut Nagar Nigam Ward No.38: मेरठ नगर निगम वार्ड-38 खडौली की पार्षद रेनू सैनी, हम किसी से कम नहीं
Meerut Nagar Nigam Ward No.38 Parshad: मेरठ नगर निगम वार्ड-38 खडौली की पार्षद रेनू सैनी ने कहा कि काम कराने के मामले में हम किसी से कम नहीं हैं।
Meerut Nagar Nigam Ward No.38 Parshad: नगर निगम वार्ड-38(खडौली) की बीजेपी पार्षद रेनू सैनी बेशक पहली बार चुनाव जीत कर पार्षद बनी हैं। लेकिन क्षेत्र के विकास के काम कराने के मामले में उन्होंने पार्षदी की राजनीति के पुराने खिलाड़ियो को भी पीछे छोड़ दिया है। बकौल, रेनू सैनी-मैं अब तक अपने क्षेत्र में करीब 14-15 करोड़ रुपये के विकास काम करा चुकी हूं। इनमें क्षेत्र की सड़को,गलियों की मरम्मत,स्ट्रीट लाइट लगवाना शामिल हैं।
जहां तक खास काम का सवाल है तो मेरे द्वारा अपने क्षेत्र में पानी की समस्या दूर करने के लिए पानी की पाइप लाइन डलवाना है। यह पांच करोड़ 85 लाख रूपये का प्रोजेक्ट है। 2007 में टंकी लगी थी।तभी पाइप डले थे। उसके बाद पानी नहीं चला गांव में तो फिर पिछली योजना में पानी के पाइप डले थे। इस बार हम मजबूती वाले पाइप डलवा रहे हैं। प्राइमरी स्कूल चार हैं। इनमें तीन की हालत ठीक-ठाक है। खड़ौली वाले प्राइमरी स्कूल की ज्यादा हालत खराब थी। इसमें बारिश के दिनों में पानी भर जाता था। हमारे प्रयास से अब यहां भराव का काम चल रहा है। जनता से आपका मिलने का क्या समय है। इसके जवाब में पार्षद कहती हैं-सुबह 8 से 12 बजे तक शाम को 4 से 8 बजे तक हम क्षेत्र की जनता से उनकी समस्याएं सुनकर उनका समाधान कराने का प्रयास करते हैं।
आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है। इसके जवाब में पार्षद कहती हैं,"वैसे तो पीने के पानी की क्षेत्र में कोई दिक्कत नहीं है। खडौली में दिक्कत है उसमें काम चल ही रहा है। 25 कि.मी. की लाइन थी यह हमारी। इसमें अब दो किमी का काम रह गया है। फिर इसमें पानी छोड़ा जाएगा। बहुत जल्द यहां भी पीने के पानी की दिक्कत दूर हो जाएगी। जहां तक सीवर की बात है तो मेरे वार्ड में शिविर की व्यवस्था नहीं है। नाले का नहीं हो पाया। खड़ौली के नाले के पानी की कोई निकासी नहीं है।"
रेनू सैनी केशव प्रसाद मौर्य, जसवंत सैनी आदि बीजेपी नेताओं को अपना रोल मॉडल बताती हैं। वह कहती है," इन्हीं नेताओं के सहयोग से हम क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास कार्य कराने में सफल हुए हैं।" नगर निगम अफसरों का आपको कितना सहयेग मिला। इस सवाल पर पार्षद कहती हैं,"पूरा सहयोग मिला है।" फिर वह आगे कहती हैं,ये जो खड़ौली में 5 करोड़ 85 लाख रूपये का जो काम था वो भी हमने नगर निगम से जल निगम को ट्रांसफर कराए थे। इसका पैसा शासन से नहीं आया था।