Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में 18 तक चलाया जाएगा एंटी रैगिंग जागरूकता अभियान
Meerut News: असिस्टेंट प्रॉक्टर प्रवीण कुमार ने कहा, रैगिंग की शिकायत करना बहुत आसान है। प्रताड़ित स्टूडेंट रैगिंग की शिकायत अपने कॉलेज में दर्ज करवा सकते हैं। वह चाहें तो नेशनल हेल्पलाइन पर भी कंप्लेन कर सकते हैं।
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जागरूकता अभियान 18 अगस्त तक विश्विद्यालय परिसर में चलाया जाएगा। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने कहा कि रैगिंग करना एक कानूनी अपराध है जिसके लिए कानून में सजा का भी प्रावधान किया गया है। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से आपको रैगिंग के प्रति जागरूक किया गया है। असिस्टेंट प्रोफेसर धर्मेंद्र प्रताप ने कहा कि बीटेक में कई वर्षों में विश्वविद्यालय में रैगिंग की कोई घटना नहीं हुई है। फिर भी छात्र व छात्राओं को जागरूक करने के लिए एंटी रैगिंग वीक के तत्वाधान में एंटी रैगिंग जागरूकता महोत्सव मनाया जा रहा है। यह जागरूकता अभियान 12 से 18 तक विश्विद्यालय परिसर में चलाया जाएगा।
प्रॉक्टीरियल बोर्ड को सूचित करेंगे
विश्वविद्यालय परिसर रैगिंग मुक्त हो इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गंभीर प्रयास किया जा रहे हैं। नव आगंतुक छात्र-छात्राओं को रैगिंग के प्रति जागरूक करने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्मित एंटी रैगिंग डॉक्युमेंट्री का प्रदर्शन किया गया जिसमें नव आगंतुक विद्यार्थियों द्वारा डॉक्यूमेंट्री देखने के बाद कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री से हमें रैगिंग के प्रति काफी जानकारी प्राप्त हुई यदि भविष्य में किसी वरिष्ठ छात्र द्वारा उनका कोई परेशानी महसूस होती है तो वह तुरंत अपने विभाग अध्यक्ष तथा प्रॉक्टीरियल बोर्ड को सूचित करेंगे।
रैगिंग की शिकायत करना बहुत आसान है
असिस्टेंट प्रॉक्टर प्रवीण कुमार ने कहा, रैगिंग की शिकायत करना बहुत आसान है। प्रताड़ित स्टूडेंट रैगिंग की शिकायत अपने कॉलेज में दर्ज करवा सकते हैं। वह चाहें तो नेशनल हेल्पलाइन पर भी कंप्लेन कर सकते हैं। इसमें पुलिस की मदद भी ले सकते हैं। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) के एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर – 1800-180-5522 पर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा helpline@antiragging.in पर मेल करके कंप्लेन दर्ज करा सकते हैं। यूजीसी के वेब पोर्टल पर भी कंप्लेन कर सकते हैं। मामला ज्यादा गंभीर होने की स्थिति में पुलिस से शिकायत कर सकते हैं और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं।
आप antiragging.in पर भी अपनी शिकायत लिख सकते हैं। bamanmovemen.org पर भी रैगिंग की शिकायत कर सकते हैं। अगर आप शिकायतकर्ता के तौर पर अपनी पहचान जाहिर नहीं करवाना चाहते हैं तो किसी दोस्त, परिजन या रिश्तेदार से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अगर कोई स्टूडेंट कॉलेज में रैगिंग की शिकायत करता है तो 7 दिनों के अंदर उस पर एक्शन लेना अनिवार्य है। रैगिंग में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल स्टूडेंट को दोषी माना जाएगा। पकड़े जाने पर 2 साल की सजा और दस हजार रुपये तक का जुर्मान देना पड़ सकता है। कुछ मामलों में घटनास्थल पर मौजूद हर व्यक्ति को रैगिंग में शामिल माना जाता है।